
पंजाब के मजीठा हलके के कुछ गांवों में जहरीली शराब पीने से 15 लोगों की मौत ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। इस दुखद हादसे पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने इस घटना को बेहद दर्दनाक और चिंता जनक बताया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मजीठा और इसके आसपास के गांवों में जहरीली शराब पीने से कई मासूम लोगों की जान चली गई, यह सिर्फ मौतें नहीं हैं बल्कि कत्ल हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो लोग इस कांड के पीछे हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। ये वे लोग हैं जिन्होंने लालच में आकर दर्जनों घरों में मातम बिछा दिया। सरकार ऐसे दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएगी, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा जुर्म करने से पहले सौ बार सोचे।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि वह इस दुखद मौके पर उन सभी पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं और सरकार की तरफ से उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने परमात्मा से मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवारों के लिए हौसला बनाए रखने की अपील की।
इस मामले को लेकर पंजाब सरकार पहले ही एक्शन में आ चुकी है। मजीठा के डीएसपी और एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं जहरीली शराब रैकेट के मास्टरमाइंड समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकार की मंशा साफ है – जो भी इस गुनाह में शामिल होगा, उसे कानून के शिकंजे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी।
यह घटना पंजाब में अवैध शराब माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की ओर एक बड़ा कदम मानी जा रही है।