
अमृतसर के मजीठा क्षेत्र में ज़हरीली शराब पीने से कई लोगों की दर्दनाक मौत ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। इस घटना के बाद पंजाब पुलिस ने तेज़ कार्रवाई करते हुए नकली शराब के इस रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने अब तक इस गोरखधंधे से जुड़े 9 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है, जिनमें मुख्य साज़िशकर्ता (किंगपिन) और कई स्थानीय सप्लायर शामिल हैं।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस ज़हरीली शराब को बनाने में मेथेनॉल का इस्तेमाल किया गया था, जिसे ऑनलाइन खरीदा गया था। इस केमिकल का इस्तेमाल आमतौर पर औद्योगिक कामों में होता है, लेकिन शराब में मिलाने से यह बेहद ख़तरनाक हो जाता है और जानलेवा साबित होता है। पुलिस की टीम अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि पूरे गिरोह को पकड़कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
इस हादसे में ज़िम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गई है। मजीठा के डीएसपी और थाना मजीठा के एसएचओ को भारी लापरवाही के चलते सस्पेंड कर दिया गया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है, जिनमें भारतीय दंड संहिता और एक्साइज एक्ट की धाराएं शामिल हैं।
पंजाब पुलिस ने साफ कहा है कि वह राज्य में नकली शराब के रैकेट को खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जो अधिकारी अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतते हैं, उन्हें बख्शा न जाए।
यह घटना बेहद दुखद है, लेकिन इसने सरकार और पुलिस दोनों को चेता दिया है कि इस तरह के अवैध कारोबार को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। हम सब इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं और यह यकीन दिलाते हैं कि न्याय ज़रूर मिलेगा और भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।