
पंजाब में नकली और जहरीली शराब के खिलाफ चल रही मुहिम को आज एक बड़ी कामयाबी मिली है। पटियाला जिला पुलिस और आबकारी विभाग ने मिलकर 600 लीटर खतरनाक मीथेनॉल केमिकल की एक बड़ी खेप जब्त की है, जिसे अवैध शराब बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाना था। यह कार्रवाई पटियाला के तेपला क्षेत्र में की गई है।
इस कामयाबी की जानकारी जिला पुलिस प्रमुख (एसएसपी) वरुण शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई राज्य सरकार की ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम के तहत की गई है, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान कर रहे हैं। इस अभियान का मकसद पंजाब को नशामुक्त बनाना है।
एसएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दिल्ली से एक ट्रक के जरिए मीथेनॉल पंजाब लाया जा रहा है। जानकारी मिलते ही डीजीपी गौरव यादव के आदेश पर एक संयुक्त टीम बनाई गई। यह टीम पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों की देखरेख में बनाई गई थी। टीम ने पूरी सतर्कता से कार्रवाई करते हुए शंभू-बनूड़ रोड पर तेपला पुलिस चौकी के पास एक ट्रक को रोका।
जांच करने पर ट्रक नंबर PB 10 H 1577 से बाकी सामान में छिपाकर रखे गए तीन बड़े ड्रम मिले, जिनमें कुल 600 लीटर मीथेनॉल था। ट्रक ड्राइवर को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
वरुण शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह मीथेनॉल दिल्ली से मंगाया गया था और इसका संबंध अमृतसर के मजीठा इलाके में हुई नकली शराब की घटना से हो सकता है। अगर यह केमिकल अपने गंतव्य तक पहुंच जाता, तो इससे बड़ी मात्रा में जहरीली शराब बनाकर बेची जा सकती थी, जिससे सैकड़ों लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
एसएसपी ने कहा कि इस कार्रवाई में एसपी (डी) गुरबंस सिंह बैंस, डीएसपी हरमनजीत सिंह चीमा, आबकारी विभाग के सहायक कमिश्नर राजेश ऐरी, आबकारी ईटीओ रूपिंदरजीत सिंह, थाना शंभू के प्रभारी इंस्पेक्टर हरप्रीत सिंह, आबकारी इंस्पेक्टर हरजिंदर सिंह, गोपाल शर्मा, रजनीश कुमार और तेपला चौकी इंचार्ज जजविंदर सिंह शामिल थे। इन सभी अधिकारियों ने मिलकर एक टीम की तरह काम किया और एक बड़ा अपराध होने से पहले ही रोक दिया।
यह कार्रवाई साबित करती है कि पंजाब पुलिस और सरकार मिलकर नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। नकली शराब तस्करों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। एसएसपी ने जनता से भी अपील की कि अगर किसी को भी नशे से जुड़ी कोई जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करे।
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यह कार्रवाई पंजाब में नशे के खिलाफ जारी जंग में एक बड़ी जीत है। पुलिस की मुस्तैदी और सरकार की दृढ़ता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया है। अब जरूरत है जनता के सहयोग की, ताकि पंजाब को पूरी तरह से नशामुक्त बनाया जा सके।