
पंजाब के मजीठा इलाके में हाल ही में हुए ज़हरीली शराब कांड ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ परिवारों में तो दो-दो लोगों की जान चली गई, जिससे घरों में मातम का माहौल है। मरने वाले अधिकतर लोग आसपास के पांच गांवों से थे। इस घटना के बाद पंजाब सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पीड़ित परिवारों की सहायता के लिए कदम उठाए हैं।
कैबिनेट मंत्री पहुंचे पीड़ितों से मिलने
घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मजीठा का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। अब पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल भी मजीठा पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की और उनका दुख साझा किया।
मंत्री धालीवाल ने मौके पर ही हर पीड़ित परिवार को 10-10 लाख रुपये की मुआवज़ा राशि के चेक सौंपे। सरकार ने इस आर्थिक मदद को जल्द से जल्द पीड़ितों तक पहुंचाने की कोशिश की, जिससे उन्हें इस कठिन समय में थोड़ी राहत मिल सके।
सरकारी नौकरी का वादा भी
मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि हर पीड़ित परिवार से एक योग्य सदस्य को सरकार की ओर से नौकरी दी जाएगी, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। सरकार का ये कदम ना सिर्फ राहत देने वाला है, बल्कि उनके पुनर्निर्माण में भी मददगार साबित हो सकता है।
अब तक 16 आरोपी गिरफ्तार
इस पूरे मामले में अब तक पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। दो आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। प्रशासन ने साफ किया है कि इस हादसे के जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
जनता में सरकार के प्रति भरोसा
सरकार की इस तेज़ कार्रवाई और तुरंत मुआवज़ा देने के कदम की सराहना भी हो रही है। पीड़ित परिवारों ने कहा कि इस दुख की घड़ी में सरकार ने उनका साथ देकर इंसानियत की मिसाल दी है।
मजीठा का ज़हरीली शराब कांड एक बड़ी मानवीय त्रासदी है, लेकिन सरकार ने जिस तरह से तुरंत कार्रवाई करते हुए पीड़ितों तक आर्थिक मदद और नौकरी का आश्वासन पहुंचाया है, वह राहत भरा कदम है। अब ज़रूरत है ऐसी घटनाओं को रोकने की ताकि भविष्य में किसी और को इस तरह का दुख न झेलना पड़े।