
पंजाब में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए एक बड़ा सूबा-स्तरीय कार्यक्रम जलालपुर गांव में आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल विशेष रूप से पहुंचे। कार्यक्रम का आयोजन पिंड जलालपुर के सचिन पैलेस में किया गया, जहां भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे। इस समागम के दौरान ‘नशा मुक्ति यात्रा’ की भी शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना और नशे से मुक्त समाज की ओर कदम बढ़ाना है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने संबोधन में कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज का नुक़सान करता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी घर में कोई सदस्य नशा करता है, तो सबसे ज़्यादा तकलीफ उस घर की महिला को होती है, क्योंकि उसी पर घर का सारा बोझ होता है। महिलाएं जानती हैं कि नशा पूरे परिवार को तबाह कर देता है। इसलिए उन्होंने सभी लोगों से आह्वान किया कि वे नशे के खिलाफ इस मुहिम में सरकार का साथ दें।
कार्यक्रम के दौरान भगवंत मान ने पूर्व सरकारों पर भी निशाना साधा और कहा कि जिनके घरों में सोने की टोटियां लगी होती हैं, उन्हें पानी की अहमियत का अंदाज़ा नहीं होता। उन्होंने पानी के मुद्दे पर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि वे पंजाब के पानी की रक्षा के लिए सड़कों पर भी लड़ेंगे और कोर्ट में भी। उन्होंने यह भी बताया कि पानी के मसले को लेकर उन्हें 3-4 बार नंगल जाना पड़ा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई पंजाब के पानी पर जबरदस्ती करने की कोशिश करेगा, तो वह कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने हुसैनपुर में एक नया मेडिकल कॉलेज खोलने का भी ऐलान किया। उन्होंने बताया कि पंजाब के संगरूर, कपूरथला और होशियारपुर में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण तेज़ी से चल रहा है। इन कॉलेजों से राज्य में मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बड़ा फायदा मिलेगा।
इसके साथ ही भगवंत मान ने गांव के सरपंच द्वारा उठाई गई समस्याओं जैसे खेल मैदान, लिंक रोड्स आदि को भी जल्द पूरा कराने का वादा किया। उन्होंने कहा कि सरकार के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है, बस जनता का साथ चाहिए।
इस मौके पर गांव के लोगों को नशा छोड़ने की शपथ भी दिलवाई गई। अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान दोनों ने लोगों से अपील की कि वे अपने गांव और परिवार को नशा मुक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
यह कार्यक्रम पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही सबसे बड़ी मुहिमों में से एक है, जिसमें सरकार और जनता मिलकर एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।