
पंजाब के लुधियाना सिविल अस्पताल से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहाँ एक डॉक्टर पर मरीज से रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक, एक मरीज की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के बाद डॉक्टर ने उससे अवैध रूप से पैसे मांग लिए। जैसे ही इस बात की जानकारी सरकार तक पहुंची, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपी डॉक्टर को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने जताई कड़ी नाराज़गी
डॉ. बलबीर सिंह आज लुधियाना दौरे पर थे, जहाँ उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय और शर्मनाक है। उन्होंने साफ किया कि सरकार इस मामले की गंभीरता से जांच करवा रही है, और एक सप्ताह के भीतर पूरी रिपोर्ट तलब की गई है। मंत्री ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद जो भी जरूरी कार्रवाई होगी, उसे सख्ती से अंजाम दिया जाएगा।
भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं: डॉ. बलबीर सिंह
स्वास्थ्य मंत्री ने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि पंजाब में स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ज़ीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है और सरकारी अस्पतालों में मरीजों को लूटने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
डॉक्टरों को दी चेतावनी
डॉ. बलबीर सिंह ने पंजाब के सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी मरीजों से अवैध पैसे मांगता है या उनका शोषण करता है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि मरीजों को सरकारी अस्पतालों में नि:स्वार्थ और ईमानदार इलाज मिले।
यह घटना एक बार फिर यह दिखाती है कि सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को पारदर्शी और जवाबदेह बनाने के लिए गंभीर है। लुधियाना सिविल अस्पताल की इस घटना ने भले ही सरकार को शर्मसार किया हो, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि अब भ्रष्टाचार को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
सरकार का संदेश साफ है – मरीजों की सेवा ही असली धर्म है, और जो इससे भटकेगा, उसे सजा जरूर मिलेगी।