
कोरोना वायरस एक बार फिर एशिया के कई देशों में चिंता का कारण बनता जा रहा है। हांगकांग और सिंगापुर में कोविड-19 के मामलों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। इससे न केवल स्वास्थ्य अधिकारियों में चिंता बढ़ी है, बल्कि आम जनता भी सतर्क हो गई है। इस बार के मामलों में तेजी का कारण ओमिक्रोन का नया वेरिएंट JN.1 और उसके उपवेरिएंट माने जा रहे हैं।
हांगकांग में हालात गंभीर
हांगकांग में कोरोना वायरस के मामलों में खतरनाक तरीके से इजाफा हुआ है। 3 मई 2025 तक, यहां कोविड-19 से जुड़ी 31 मौतें दर्ज की गईं, जो कि एक साल में सबसे ज्यादा हैं। सरकार ने इस बढ़ते खतरे को देखते हुए कुछ बड़े कदम उठाए हैं। सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और हाथों को सैनिटाइज करते रहना जैसे निर्देश फिर से दिए गए हैं।
इसके साथ ही लोगों को वैक्सीनेशन कराने की सलाह दी गई है और किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने को कहा गया है। कोरोना की इस नई लहर को देखते हुए हांगकांग में कई म्यूजिक कॉन्सर्ट और बड़े इवेंट भी रद्द कर दिए गए हैं।
सिंगापुर में भी अलर्ट जारी
सिंगापुर में भी हालात तेजी से बदल रहे हैं। अप्रैल के आखिरी सप्ताह में जहां 11,110 केस दर्ज हुए थे, वहीं मई के पहले सप्ताह में यह आंकड़ा बढ़कर 14,200 तक पहुंच गया। यानी 28% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो कि बेहद चिंता की बात है। सरकार ने पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
यहां बढ़ते केसों की वजह ओमिक्रोन JN.1 वेरिएंट और इसके दो उपवेरिएंट — LF.7 और NB.1.8 को माना जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंगापुर में दो-तिहाई से ज्यादा केस इन्हीं वेरिएंट्स से जुड़े हुए हैं।
वैक्सीन की स्थिति
सिंगापुर में इन नए वेरिएंट्स को ध्यान में रखते हुए नवीनतम वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है, जो इन वेरिएंट्स के खिलाफ प्रभावी बताई जा रही है। हालांकि भारत जैसे कुछ देशों में यह नई वैक्सीन अभी तक उपलब्ध नहीं हो सकी है।
बाकी देशों में भी सतर्कता
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन और थाईलैंड जैसे देशों ने भी अपनी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं अलर्ट पर रख दी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सावधानी नहीं बरती गई, तो यह लहर फिर से पूरे एशिया को प्रभावित कर सकती है।
क्या करें आम लोग?
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है।
मास्क पहनना
हाथ साफ रखना
भीड़भाड़ से बचना
किसी भी लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना
वैक्सीनेशन करवाना
ये कुछ जरूरी कदम हैं जिन्हें अपनाकर संक्रमण को रोका जा सकता है।
कोरोना की यह नई लहर हमें फिर से याद दिला रही है कि महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। हांगकांग और सिंगापुर के अनुभव हमें सावधानी बरतने का संकेत दे रहे हैं। अगर हमने सतर्कता नहीं बरती, तो यह संक्रमण फिर से बड़े स्तर पर फैल सकता है। समय रहते सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है।