
बुधवार को दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E 2142 ने बीच रास्ते में एक बड़ा खतरा झेला। विमान में 220 से अधिक यात्री सवार थे, जिसमें तृणमूल कांग्रेस का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद था। खराब मौसम और ओलावृष्टि की वजह से विमान को इमरजेंसी में श्रीनगर एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा।
विमान में सवार तृणमूल कांग्रेस की नेता और पत्रकार सागरिका घोष ने इस डरावने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह पल उनके लिए “मौत के बेहद करीब पहुंचने जैसा” था। उन्होंने बताया, “मैंने सोचा कि मेरी जिंदगी अब खत्म हो गई है। चारों तरफ लोग चीख रहे थे, प्रार्थनाएं कर रहे थे। वह पल बेहद डरावना था।”
तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में सागरिका घोष के साथ डेरेक ओ’ब्रायन, नदीमुल हक, मानस भुइयां और ममता ठाकुर भी शामिल थे। ये सभी लोग किसी राजनीतिक कार्यक्रम के सिलसिले में श्रीनगर जा रहे थे।
घटना के वक्त विमान को अचानक खराब मौसम और ओलों का सामना करना पड़ा। तेज़ झटकों की वजह से विमान हिलने लगा और कई यात्रियों में दहशत फैल गई। विमान के पायलट ने तुरंत स्थिति को समझते हुए श्रीनगर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को आपात स्थिति की जानकारी दी और सावधानीपूर्वक विमान को लैंड कराया।
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि विमान के अंदर लोग डरे हुए हैं और कुछ यात्री जोर-जोर से दुआ मांग रहे हैं। विमान के लैंड करने के बाद जब यात्री नीचे उतरे तो यह देखा गया कि विमान का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो चुका था।
इस पूरी घटना के बाद इंडिगो एयरलाइंस ने एक बयान जारी किया। उसमें कहा गया, “दिल्ली से श्रीनगर जा रही हमारी फ्लाइट 6E 2142 को अचानक खराब मौसम और ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा। फ्लाइट क्रू ने तय प्रोटोकॉल का पालन किया और विमान को सुरक्षित श्रीनगर में उतारा गया। सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं। एयरपोर्ट टीम ने तुरंत यात्रियों की देखभाल की और उनके आराम का पूरा ध्यान रखा।”
इंडिगो ने यह भी बताया कि विमान की जांच की जा रही है और जरूरी मरम्मत के बाद ही इसे फिर से उड़ान भरने की अनुमति दी जाएगी।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि आपात स्थिति में भी एक अनुभवी पायलट और प्रशिक्षित क्रू किस तरह यात्रियों की जान बचा सकते हैं। सागरिका घोष ने पायलट की तारीफ करते हुए कहा, “उस पायलट को सलाम, जिसने हमें उस भयानक स्थिति से सही-सलामत बाहर निकाला।”
यह घटना जहां एक ओर यात्रियों के लिए बेहद डरावनी थी, वहीं दूसरी ओर पायलट और क्रू की सतर्कता और समझदारी ने एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया।