
पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम दिन-प्रतिदिन तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में बुधवार को ‘युद्ध नशों के खिलाफ’ अभियान के 81वें दिन पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 150 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में नशे की खेप और नगदी बरामद की है।
भारी मात्रा में नशा और पैसे बरामद
इस एक ही दिन में पुलिस ने:
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7.2 किलो हेरोइन
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297 किलो भुक्की (अफीम से बनी नशीली चीज़)
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2.41 लाख रुपये नकद, जिसे ड्रग मनी माना जा रहा है – बरामद किए।
पुलिस के अनुसार, इस ऑपरेशन के तहत अब तक (सिर्फ 81 दिनों में) कुल 12,496 नशा तस्करों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जो इस अभियान की सफलता को दर्शाता है।
डीजीपी ने दी जानकारी
पंजाब के विशेष डीजीपी (कानून और व्यवस्था) अरपित शुक्ला ने बताया कि इस ऑपरेशन को बड़ी योजना के तहत अंजाम दिया गया। इसमें:
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89 उच्च अधिकारी (गज़टेड अफसर) शामिल थे।
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1300 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
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राज्यभर में 200 से अधिक पुलिस टीमें बनाई गईं।
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इन टीमों ने एक ही दिन में 471 जगहों पर छापेमारी की।
एक दिन में दर्ज हुईं 104 एफआईआर
इस एक दिवसीय विशेष कार्रवाई के दौरान पुलिस ने कुल 104 एफआईआर दर्ज कीं। इसके साथ ही 504 संदिग्ध व्यक्तियों की गहन जांच-पड़ताल भी की गई। यह जांच पूरा दिन चलती रही, और इसका उद्देश्य नशे के नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचना था।
ऑपरेशन का मकसद
‘युद्ध नशों के खिलाफ‘ अभियान का उद्देश्य पंजाब को नशे से मुक्त करना है। राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन इस दिशा में लगातार सक्रिय है। इस तरह की तेज और संगठित कार्रवाइयों से नशा तस्करों में डर का माहौल बन रहा है और आम जनता में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है।
जनता से सहयोग की अपील
पुलिस विभाग ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि अगर उन्हें कहीं नशे का कारोबार या संदेहास्पद गतिविधि दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस अभियान को जन सहयोग से और मजबूत बनाया जा सकता है।
इस तरह पंजाब पुलिस का यह लगातार प्रयास राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।