
जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से 5.5 किलो हेरोइन बरामद की है। बरामद की गई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
इस ऑपरेशन को पुलिस ने गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर अंजाम दिया। शुरुआती जांच में पता चला है कि मुख्य आरोपी रिंकू उर्फ गांधी और उसके दो साथी पिछले तीन वर्षों से विदेशों में बैठे तस्करों के संपर्क में थे। इनका संपर्क पाकिस्तान के उस नेटवर्क से है, जो आईएसआई के समर्थन से भारत में ड्रग्स भेजता है।
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से पंजाब और आसपास के राज्यों में हेरोइन की सप्लाई कर रहा था। इस पूरे रैकेट की जड़ें सरहद पार पाकिस्तान तक फैली हुई हैं। गिरोह के सदस्य व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ज़रिए विदेशी तस्करों से संपर्क में रहते थे और हेरोइन की डिलीवरी और पेमेंट का काम डिजिटल माध्यमों से करते थे।
पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना डिवीजन नंबर 8, जालंधर में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस अब इस नेटवर्क की पूरी श्रृंखला की जांच कर रही है – यह जानने के लिए कि इनके संपर्क में और कौन-कौन लोग थे, कहां से यह हेरोइन भारत में आई और किन-किन जगहों पर इसे सप्लाई किया जाना था।
पंजाब पुलिस ने कहा है कि वह इस तरह के ट्रांस-बॉर्डर ड्रग नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। पुलिस की प्राथमिकता है कि पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाया जाए और जो भी इस घिनौने धंधे में शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस कमिश्नर जालंधर ने कहा कि यह कार्रवाई केवल शुरुआत है, आगे और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। इस गिरोह के पीछे कौन-कौन है और किन-किन देशों के साथ इनका संपर्क है, इसकी पूरी छानबीन की जा रही है।
यह कार्रवाई पंजाब पुलिस की ड्रग्स के खिलाफ मुहिम में एक अहम कदम है और इससे यह साफ होता है कि राज्य सरकार नशे के कारोबार को पूरी तरह से खत्म करने के लिए गंभीर है।