
दुनिया भर में लगातार आ रहे भूकंपों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में एशियाई देशों में भूकंप के झटकों ने लोगों को डरा दिया था, और अब अफ्रीका महाद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में भी धरती कांप उठी। इस क्षेत्र में आज सुबह जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग घबरा गए और सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे।
मौसम और भूगर्भ विज्ञान से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है, जो किसी भी इलाके के लिए एक गंभीर चेतावनी मानी जाती है। भूकंप का केंद्र धरती की सतह से करीब 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। इंटरनेशनल स्टैंडर्ड टाइम के अनुसार यह झटका सुबह 5:36 बजे महसूस किया गया।
भूकंप आते ही लोगों में दहशत फैल गई। घरों, इमारतों और दफ्तरों में मौजूद लोग तुरंत बाहर निकल आए। कई इलाकों में कुछ देर के लिए बिजली और इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हो गईं। हालांकि अब तक किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन प्रशासन सतर्क है और राहत टीमों को तैयार रखा गया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस भूकंप के बाद कुछ समय के लिए मोबाइल नेटवर्क में भी रुकावट आई, जिससे लोग एक-दूसरे से संपर्क नहीं कर पाए। हालांकि, थोड़ी देर में सेवाएं फिर से सामान्य हो गईं। लोग पूरी रात जागते रहे और कई परिवार खुले मैदानों में चले गए, ताकि किसी प्रकार के खतरे से बचा जा सके।
विशेषज्ञों का कहना है कि पृथ्वी की अंदरूनी प्लेटों में लगातार हो रही हलचलें इस तरह के भूकंपों का कारण बन रही हैं। खासकर “रिंग ऑफ फायर” और अन्य सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में यह खतरा ज्यादा रहता है। अफ्रीका के दक्षिण-पश्चिमी इलाके में पहले भी हल्के झटके महसूस किए जा चुके हैं, लेकिन इस बार तीव्रता ज्यादा थी।
वैज्ञानिकों ने यह भी चेतावनी दी है कि ऐसे झटकों के बाद आफ्टरशॉक्स यानी छोटे-छोटे झटके भी आ सकते हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रकृति की शक्तियों के आगे इंसान कितना असहाय है। ऐसे में ज़रूरत है जागरूक रहने की और समय पर सावधानी बरतने की।