
पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि पंजाब में मंडी बोर्ड द्वारा शुरू की गई ई-नीलामी प्रक्रिया से राज्य को बड़ा मुनाफा हुआ है। दिसंबर 2024 से मई 2025 तक की छह महीने की अवधि में मंडी बोर्ड ने 720 प्लॉटों की ऑनलाइन नीलामी करके कुल 324 करोड़ रुपये की कमाई की है।
इस बड़ी उपलब्धि का श्रेय मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार को दिया जा रहा है, जिसने राज्य में व्यापार के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। इससे पारदर्शिता बढ़ी है और सभी को बराबरी के मौके मिले हैं।
श्री खुड्डियां ने बताया कि ई-नीलामी को व्यापारियों की ओर से बेहतरीन प्रतिक्रिया मिली है। सिर्फ मई 2025 के महीने में ही 124 करोड़ रुपये में 211 प्लॉट बेचे गए। ये प्लॉट राज्य के विभिन्न शहरों में स्थित थे, जिनमें लुधियाना में सबसे ज्यादा 97 प्लॉट, कोटकपूरा में 30, कुराली में 27, तलवंडी भाई में 23, महितपुर में 18, मोहाली में 6, राजपुरा और फगवाड़ा में 5-5 प्लॉट शामिल हैं।
हर महीने की नीलामी की बात करें तो:
दिसंबर 2024 में 28 करोड़ रुपये में 48 प्लॉट,
जनवरी 2025 में 48 करोड़ रुपये में 66 प्लॉट,
फरवरी में 53 करोड़ रुपये में 139 प्लॉट,
मार्च 2025 में 71 करोड़ रुपये में 256 प्लॉट की बिक्री हुई।
पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन श्री हरचंद सिंह बरसट ने बताया कि यह पहल मंडी बोर्ड की संपत्तियों का बेहतर इस्तेमाल करते हुए राजस्व जुटाने और राज्य की मंडियों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का एक बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा कि मंडी बोर्ड ने अपनी ई-नीलामी प्रक्रिया को पारदर्शी और तकनीक आधारित बनाया है, जिससे व्यापारियों को एक सुरक्षित और प्रतिस्पर्धी माहौल में भाग लेने का अवसर मिला है। यह प्रक्रिया न सिर्फ भरोसेमंद है, बल्कि व्यापारियों के लिए आसानी से पहुँच योग्य भी है।
तकनीक के बेहतर इस्तेमाल ने ई-नीलामी को काफी सरल बना दिया है, जिससे अब ज्यादा से ज्यादा व्यापारी इसमें भाग ले पा रहे हैं। इस पारदर्शी प्रणाली से राज्य में न केवल आय बढ़ी है, बल्कि व्यापारिक माहौल को भी मजबूती मिली है।
इस तरह पंजाब मंडी बोर्ड की ई-नीलामी ने न सिर्फ आर्थिक लाभ दिया है, बल्कि यह पहल पारदर्शिता, आधुनिक तकनीक और प्रशासन की नीतियों की सफलता की एक मिसाल बन चुकी है। आने वाले समय में यह मॉडल अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकता है।