
पंजाब की बेटियां अब देश की सेवा में आगे आ रही हैं और इस रास्ते पर उन्हें तैयार कर रहा है ‘माई भागो आर्म्ड फोर्सेज प्रेपरेटरी इंस्टिट्यूट फॉर गर्ल्स’। यह संस्थान मोहाली (SAS नगर) में स्थित है और अब यहां की चार होनहार छात्राओं को भारत की प्रतिष्ठित रक्षा अकादमियों में चयनित किया गया है।
इन चार महिला कैडेट्स का चयन नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA), एयर फोर्स अकादमी, इंडियन नेवल अकादमी और ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) के लिए हुआ है। ये लड़कियां न केवल अपने माता-पिता, बल्कि पूरे पंजाब और देश का नाम रोशन कर रही हैं।
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कौन-कौन सी बेटियां कहां जाएंगी?
नैन्सी: नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA) के लिए चयनित हुई हैं। वह एक जावाहर नवोदय विद्यालय की प्रिंसिपल श्रीमती स्वरनजीत कौर निज्जर की बेटी हैं।
निशा: इंडियन नेवल अकादमी (INA) के लिए चयनित हुई हैं। वह पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के सीनियर असिस्टेंट श्री दिनेश चंद्र की बेटी हैं।
दीक्षा: ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA), चेन्नई के लिए चयनित हुई हैं। वह पठानकोट निवासी कारोबारी श्री पवन कुमार की बेटी हैं।
हर्सिमरत कौर: एयर फोर्स अकादमी की फ्लाइंग ब्रांच के लिए चुनी गई हैं। वह ब्यास निवासी भारतीय फौज के पूर्व सूबेदार रविंदरजीत सिंह की बेटी हैं।
सरकार और संस्थान ने दी बधाई
इस बड़ी उपलब्धि पर पंजाब सरकार के रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने चारों कैडेट्स को बधाई दी। उन्होंने कहा,
“इन बेटियों की कामयाबी बाकी पंजाब की लड़कियों को भी प्रेरित करेगी कि वे भी देश की सेना में कमीशंड अफसर बनने का सपना देखें और उसे पूरा करें।”
उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में 2023 में ‘माई भागो इंस्टिट्यूट’ में एनडीए प्रेपरेटरी विंग की शुरुआत की गई थी, जिससे लड़कियों को सशक्त बनाकर उन्हें रक्षा सेवाओं की ओर प्रेरित किया जा सके।
संस्थान के डायरेक्टर का गर्व
इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर (रिटायर्ड) मेजर जनरल जसबीर सिंह संधू ने इन चारों कैडेट्स की सफलता पर खुशी जताई। उन्होंने कहा,
“यह उपलब्धि हमारे प्रयासों को मजबूती देती है। हमारा मकसद है कि पंजाब की बेटियां भी देश की सीमाओं की रक्षा में अहम भूमिका निभाएं।”
उन्होंने विश्वास जताया कि ये कैडेट्स आगे चलकर अपनी ट्रेनिंग और सेवा में ऐसा प्रदर्शन करेंगी, जिससे पंजाब और पूरे देश को उन पर गर्व होगा।
ये चार बेटियां सिर्फ अपने परिवार की नहीं, बल्कि पंजाब और भारत की उम्मीद हैं। माई भागो इंस्टीट्यूट जैसे संस्थानों की मदद से लड़कियां अब सेना जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में भी दमखम दिखा रही हैं। यह खबर सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि उन हजारों बेटियों के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखती हैं और उन्हें सच करना चाहती हैं।
“जहां चाह, वहां राह” – पंजाब की इन बेटियों ने यह साबित कर दिखाया है।