
भ्रष्टाचार के आरोप में पहले ही गिरफ्तार हो चुके पंजाब के विधायक रमन अरोड़ा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक के बाद एक उनके खिलाफ नए आरोप सामने आ रहे हैं। ताजा मामला जालंधर के नाज़ सिनेमा मार्केट की दुकानों से जुड़ा है, जिसमें एक पीड़ित ने आरोप लगाया है कि विधायक ने अपने रिश्तेदार के नाम पर दुकानें रजिस्टर्ड करवा लीं, लेकिन आज तक उनकी पूरी पेमेंट नहीं की गई।
क्या है मामला?
पीड़ित प्रवेश कथियाल, जो कि जालंधर के एक बड़े प्रॉपर्टी डीलर और डेवेलपर हैं, ने विजिलेंस विभाग में शिकायत दी है। उनका कहना है कि नाज़ सिनेमा में उन्होंने कुछ दुकानें बनाई थीं, जिनमें से दो दुकानें विधायक रमन अरोड़ा ने अपने रिश्तेदार के नाम पर खरीद लीं। विधायक ने भरोसा दिलाया कि बैंक के जरिए पूरी पेमेंट होगी और चेक नंबर रजिस्ट्री में डालकर रजिस्ट्री करवा ली गई। लेकिन आज तक चेक क्लियर नहीं हुआ है और पैसे नहीं मिले।
“गुड फेथ” में करवाई गई रजिस्ट्री
शिकायत में बताया गया कि रजिस्ट्री उस समय करवाई गई जब रमन अरोड़ा ने खुद अपने रसूख का इस्तेमाल कर सौदा करवाया और यह यकीन दिलाया कि सभी पेमेंट समय पर हो जाएगी। चेक नंबर डालकर एक तरह से भरोसे में लेकर “गुड फेथ” में रजिस्ट्री करवा ली गई। लेकिन अब पीड़ित को चक्कर लगाने पड़ रहे हैं क्योंकि न तो चेक पास हुआ और न ही पूरी रकम मिली।
विधायक की गिरफ्तारी के बाद बढ़ी चिंता
जब रमन अरोड़ा भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किए गए, तब पीड़ित को चिंता हुई कि अब पैसे मिलना और भी मुश्किल हो जाएगा। इसी कारण उन्होंने विजिलेंस में लिखित शिकायत देना जरूरी समझा।
विजिलेंस की जांच शुरू
विजिलेंस को इस मामले में शक है कि यह सिर्फ एक मामला नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, रमन अरोड़ा की कई बेनामी संपत्तियों की रजिस्ट्री उनके रिश्तेदारों और दोस्तों के नाम पर करवाई गई है, जिनमें बैंक पेमेंट नहीं की गई है। अब विजिलेंस इन सभी मामलों की बारीकी से जांच कर रही है।
क्या कहा विजिलेंस अफसर ने?
एसएसपी हरप्रीत सिंह मंडेर, जो कि जालंधर रेंज के विजिलेंस अधिकारी हैं, ने कहा कि पीड़ित ने खुद सामने आकर शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा कि अगर जांच में कोई गड़बड़ी सामने आती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या है आरोप का असर?
इस पूरे मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या विधायक होने का फायदा उठाकर आम लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है? पीड़ित ने जो आरोप लगाए हैं, वे बेहद गंभीर हैं और इससे यह साफ होता जा रहा है कि कई और लोग भी हो सकते हैं जो डर के कारण अब तक सामने नहीं आए थे। लेकिन अब एक-एक कर लोग विजिलेंस का रुख कर रहे हैं।