
पंजाब सरकार के गृह और न्याय विभाग ने पंजाब पुलिस के 85 इंस्पेक्टरों को डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) के पद पर प्रमोशन दे दिया है। यह प्रमोशन 23 मई 2025 को हुई ਡੀਪੀਸੀ (Departmental Promotion Committee) की सिफारिशों के आधार पर किया गया है।
इन प्रमोशनों का फायदा राज्य के अलग-अलग जिलों में तैनात अफसरों को मिला है। जिन जिलों के अधिकारियों को प्रमोशन मिला है, उनमें फिरोजपुर, मोहाली (SAS नगर), जालंधर, अमृतसर, संगरूर, बठिंडा, गुरदासपुर, मानसा, फरीदकोट, तरनतारन, पटियाला और लुधियाना जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं।
प्रमोशन की मुख्य बातें:
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प्रमोट किए गए सभी अधिकारियों को लेवल 18 (56100-177500 वेतनमान) में डीएसपी के पद पर नियुक्त किया गया है।
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कुछ अधिकारियों को यह पदोन्नति उनकी “कमाई गई सीनियरिटी” के आधार पर दी गई है। यानी वे पहले से डीएसपी पद के लिए योग्य थे, लेकिन सीट उपलब्ध न होने के कारण उन्हें अब यह मौका मिला है।
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जिन अधिकारियों पर विभागीय जांच या केस लंबित हैं, उन्हें फिलहाल प्रमोशन का फायदा नहीं मिलेगा। ऐसे मामलों में उन्हें अदालत या सक्षम अधिकारी की मंजूरी के बाद ही प्रमोशन लागू किया जाएगा।
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सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन प्रमोशनों को नियमित नियुक्ति के बराबर माना जाएगा और इनका पूरा प्रभाव उसी तरह होगा जैसा किसी सीधी नियुक्ति का होता है।
लागू करने के निर्देश
सरकार ने सभी संबंधित पुलिस दफ्तरों को निर्देश दिए हैं कि वे इन प्रमोशन आदेशों को एक हफ्ते के अंदर लागू करें और इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजें।
यह फैसला पंजाब पुलिस के ढांचे को मज़बूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। इससे न केवल पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ेगा बल्कि लंबे समय से सेवा कर रहे योग्य अफसरों को उनका हक भी मिलेगा।
पंजाब सरकार का यह फैसला राज्य में कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ करने, अधिकारियों की कार्यशक्ति को पहचान देने और योग्य अफसरों को समय पर पदोन्नति देने की दिशा में स्वागतयोग्य कदम है। इससे पुलिस महकमे में काम के प्रति उत्साह और प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा मिलेगा।