
पंजाब पुलिस की ओर से चलाए जा रहे ‘युद्ध नशे के विरुद्ध‘ अभियान के 98वें दिन, शनिवार को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस दिन 132 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से 1.3 किलो हेरोइन और लगभग 1.5 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई।
पुलिस की इस ताजा कार्रवाई के साथ ही अब तक गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 16,296 तक पहुंच गई है। पंजाब पुलिस की यह मुहिम लगातार पूरे राज्य में सक्रियता से चलाई जा रही है, जिसका असर अब साफ तौर पर नजर आने लगा है।
492 स्थानों पर छापेमारी
इस संबंध में जानकारी देते हुए स्पेशल DGP (कानून और व्यवस्था) अरपित शुक्ला ने बताया कि इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए 96 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में 200 से ज्यादा पुलिस टीमें गठित की गई थीं। इन टीमों में 1,400 से ज्यादा पुलिस कर्मी शामिल थे।
इन टीमों ने पूरे पंजाब में फैले 492 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान 97 एफआईआर दर्ज की गईं और 528 संदिग्ध लोगों की जांच भी की गई।
तकनीक और रणनीति का बेहतर इस्तेमाल
इस अभियान में पुलिस अब तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर रही है। ड्रोन सर्विलांस, सीसीटीवी निगरानी और गुप्त सूचनाओं के आधार पर टारगेटेड छापेमारी की जा रही है, जिससे नशा तस्करों तक जल्दी पहुंच बन रही है।
पुलिस का कहना है कि उनका उद्देश्य सिर्फ तस्करों को पकड़ना नहीं, बल्कि पूरे नशा नेटवर्क को जड़ से खत्म करना है।
लोगों का सहयोग बना बड़ी ताकत
इस अभियान की खास बात यह है कि अब सामान्य लोग भी पुलिस का साथ दे रहे हैं। कई जगहों से लोगों ने हेल्पलाइन पर जानकारी दी है, जिससे कई नशा तस्करों को रंगे हाथ पकड़ा गया है। इससे साबित होता है कि अब पंजाब का आम नागरिक भी नशे के खिलाफ खड़ा हो गया है।
‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान न केवल एक कानूनी कार्रवाई, बल्कि एक जन आंदोलन बनता जा रहा है। पंजाब पुलिस की दिन-रात की मेहनत और जनता के सहयोग से ये उम्मीद की जा रही है कि पंजाब को जल्द ही नशामुक्त राज्य बनाया जा सकेगा।