
इस समय पूरा उत्तर भारत, खासकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली NCR इलाकों में भीषण गर्मी का कहर जारी है। मौसम विभाग (IMD) ने 9 से 11 जून तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि तापमान बहुत अधिक रहने वाला है और इससे स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
तापमान कितना है?
आज दिन में कई शहरों में तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने की संभावना है। कुछ जगहों पर तो यह 47 डिग्री को भी छू सकता है।
उदाहरण के लिए:
बठिंडा: 45.6°C
लुधियाना: 44.8°C
फाजिल्का, मुक्तसर: 46°C के करीब
रात के समय भी राहत की उम्मीद नहीं है। न्यूनतम तापमान 29 से 32 डिग्री तक रह सकता है, जिससे रातें भी गर्म रहेंगी।
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क्यों जारी हुआ ऑरेंज अलर्ट?
मौसम विभाग जब तापमान लगातार 45°C के आसपास होता है और गर्म हवा (लू) चलती है, तब “ऑरेंज अलर्ट” जारी करता है। इसका मतलब होता है कि लोगों को सतर्क रहने की ज़रूरत है।
संभावित खतरे:
हीट स्ट्रोक (लू लगना)
चक्कर आना, सिरदर्द, थकान
बुजुर्गों और बच्चों के लिए ज्यादा खतरा
शरीर में पानी और नमक की कमी
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कैसे बचें गर्मी से?
1. दोपहर 12 से 3 बजे तक बाहर न निकलें।
2. ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
3. खूब पानी पिएँ और नींबू पानी, नारियल पानी जैसे तरल पदार्थ लें।
4. ज़रूरत हो तो छाता या टोपी का इस्तेमाल करें।
5. AC या कूलर नहीं है तो घर में ठंडे पानी से स्नान करें और पंखा चलाते रहें।
6. अगर थकावट, तेज़ बुखार, या उल्टी जैसा कुछ लगे, तो डॉक्टर से मिलें।
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आगे क्या होगा?
10 और 11 जून को भी गर्मी का यही हाल रहेगा।
12 जून के बाद, थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन पूरी तरह से तापमान कम होने की संभावना नहीं है।
13–14 जून को आंधी और तेज़ हवाएँ चल सकती हैं, जिससे थोड़ी ठंडक मिल सकती है।
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क्यों बढ़ रही है इतनी गर्मी?
भारत में इस साल गर्मी कुछ हफ्ते पहले ही शुरू हो गई थी।
जलवायु परिवर्तन (climate change)
शहरों में हरियाली की कमी
ज़मीन पर धूप का ज्यादा असर
ये सभी कारण मिलकर गर्मी को और खतरनाक बना रहे हैं।
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किन जिलों को ज्यादा सतर्क रहना है?
फरीदकोट, मुक्तसर, फाजिल्का, बठिंडा, पटियाला, अमृतसर
ये जिले गर्म हवाओं की चपेट में रह सकते हैं।
स्कूलों में बच्चों को गर्मी से बचाने के लिए जल्दी छुट्टी देने के आदेश जारी हो सकते हैं।
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पंजाब और उत्तर भारत में फिलहाल मौसम बहुत गर्म है। 3 दिन बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। गर्मी को हल्के में न लें, खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सचेत करें।