
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने आज अपने होशियारपुर दौरे के दौरान फतेहगढ़ स्थित नशा मुक्ति केंद्र का दौरा किया। इस अवसर पर उन्हें पंजाब पुलिस की टीम की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
राज्यपाल ने केंद्र में इलाज करवा रहे मरीजों से मुलाकात की, उनका हालचाल पूछा और उन्हें नशे की लत से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि नशा छोड़ना एक साहसी कदम है और राज्य सरकार ऐसे लोगों के पुनर्वास के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
राज्यपाल ने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति की जिंदगी को नहीं, बल्कि पूरे समाज की तरक्की को भी प्रभावित करता है। उन्होंने इलाजरत युवाओं से संवाद कर उन्हें नई शुरुआत के लिए उत्साहित किया।
कुछ युवा, जिन्होंने नशा छोड़ दिया है, उन्होंने भी अपने अनुभव साझा किए कि कैसे वे दोबारा सामान्य जीवन में लौटे। उनकी बातें दूसरे मरीजों के लिए प्रेरणास्रोत बन गईं।
राज्यपाल ने नशा मुक्ति केंद्र की सभी सुविधाओं का निरीक्षण किया और वहाँ चल रहे हुनर सिखाने वाले कोर्सों की जानकारी ली। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने बताया कि ज़िला प्रशासन द्वारा केंद्र में मल्टी-कुज़ीन कुकिंग, हेयर ड्रेसिंग और सैलून आर्टिस्ट जैसे व्यावसायिक कोर्स करवाए जा रहे हैं, ताकि मरीजों को नशा छोड़ने के बाद आत्मनिर्भर बनने का मौका मिल सके।
इन सुविधाओं को क्वांटम पेपर मिल और वाइबर कास्टिक, मोहाली ने सीएसआर फंड के तहत उपलब्ध कराया है।
इसके बाद राज्यपाल कटारिया ने टोपची सीएसडी आर्मी कैंटीन में रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण पहल “विंग्स प्रोजेक्ट” के तहत स्थापित एक विशेष कैंटीन का उद्घाटन किया। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य बौद्धिक रूप से विशेष बच्चों को रोजगार के अवसर देना है।
रेड क्रॉस ने दिसंबर 2023 में यह प्रोजेक्ट शुरू किया था और अब तक होशियारपुर की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में पांच टक दुकानें खोली जा चुकी हैं। इन दुकानों की स्थापना में लुधियाना बेवरेजेस (कोका कोला) ने सीएसआर योजना के तहत मदद की है।
अपने दौरे के अंत में राज्यपाल कटारिया ने सर्विस क्लब में शहर के प्रमुख नागरिकों के साथ भी मुलाकात की। इस दौरान विधायक ब्रह्म शंकर जिम्पा, पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्षण सूद, राज्यपाल के सचिव विवेक प्रताप सिंह, डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन, एसएसपी संदीप कुमार मलिक, मेयर सुरिंदर कुमार और गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. संजीव सूद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
राज्यपाल के इस दौरे ने सामाजिक बदलाव की दिशा में एक सकारात्मक संदेश दिया है, खासकर उन युवाओं के लिए जो नशे से बाहर निकल कर एक नई शुरुआत करना चाहते हैं। साथ ही, “विंग्स प्रोजेक्ट” जैसी पहलों से विशेष जरूरतों वाले बच्चों को भी समाज में आत्मसम्मान से जीने का मौका मिल रहा है।