
पंजाब सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को आम जनता तक पहुँचाने के प्रयासों के तहत, डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी की अध्यक्षता में सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर द्वारा आम आदमी क्लीनिकों के सभी मेडिकल अधिकारियों की एक विशेष ट्रेनिंग आयोजित की गई।
इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि अब आम आदमी क्लीनिकों में गर्भवती महिलाओं के लिए मुफ्त इलाज, जांच और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यह पहल महिलाओं की सेहत को बेहतर बनाने और सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
हाई रिस्क प्रेगनेंसी का होगा विशेष ध्यान
सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर ने जानकारी दी कि इस ट्रेनिंग का मकसद डॉक्टरों को मातृ स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूक करना और गंभीर मामलों को सही तरीके से संभालने की जानकारी देना है। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग में निम्नलिखित विषयों को शामिल किया गया:
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हाई रिस्क प्रेगनेंसी (जैसे कि पहले सिजेरियन हो चुका हो, जुड़वां बच्चे की प्रेगनेंसी)
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अनीमिया (खून की कमी)
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ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ जैसी बीमारियाँ
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गर्भवती महिलाओं की विशेष देखभाल के तरीके
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है कि गर्भवती महिलाओं में होने वाली जटिलताओं को समय रहते पहचाना जाए और उनका इलाज क्लीनिक स्तर पर ही शुरू किया जाए, ताकि मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सके।
घर के पास ही मिलेगी इलाज की सुविधा
अब महिलाओं को इलाज के लिए दूर अस्पतालों में जाने की ज़रूरत नहीं होगी। आम आदमी क्लीनिकों में उन्हें घर के पास ही एंटी-नेटल केयर यानी गर्भावस्था के दौरान की पूरी देखभाल मिल सकेगी।
डॉ. कौर ने बताया कि इन क्लीनिकों में गर्भवती महिलाओं के लिए:
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सभी जरूरी ब्लड टेस्ट
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दवाइयां
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यहां तक कि अल्ट्रासाउंड भी बिल्कुल मुफ्त करवाए जा सकेंगे।
सरकार का लक्ष्य – सेहतमंद माँ और सुरक्षित बच्चा
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पंजाब सरकार का उद्देश्य है कि हर महिला को सुरक्षित और स्वस्थ प्रसव का अनुभव मिले। इस दिशा में आम आदमी क्लीनिकों की यह पहल बेहद लाभकारी होगी, खासकर ग्रामीण और दूर-दराज़ इलाकों की महिलाओं के लिए।
आम आदमी क्लीनिक अब सिर्फ बुखार-खांसी का इलाज करने वाली जगह नहीं रह गए, बल्कि ये अब गर्भवती महिलाओं के लिए एक संपूर्ण स्वास्थ्य केंद्र बनते जा रहे हैं। यह कदम पंजाब सरकार के हेल्थकेयर मॉडल को और मजबूत करेगा और महिलाओं को बेहतर, मुफ्त और नज़दीकी इलाज सुनिश्चित करेगा।