
दिल्ली के बटला हाउस इलाके में डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) की ओर से मकानों और दुकानों पर तोड़फोड़ के नोटिस लगाए जाने के बाद अब माहौल तनावपूर्ण होता जा रहा है। मुरादी रोड पर स्थित जिन प्रॉपर्टीज़ पर नोटिस लगाए गए थे, वहां के लोग अब अपने घर और दुकानें खाली कर रहे हैं। दुकानदारों ने कहा कि उन्होंने पहले ही सामान पैक कर लिया था, लेकिन अब वह अपनी दुकानें पूरी तरह खाली कर रहे हैं।
बैरिकेड और पुलिस की तैयारी
इलाके में पुलिस ने बैरिकेडिंग की तैयारी शुरू कर दी है। बारात घर के पास कई बैरिकेड दीवार के किनारे साइड में रखे गए हैं। हालाँकि अभी तक भारी पुलिस बल तैनात नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस की हलचल से लोगों को अंदेशा है कि जल्द ही कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है। इलाके में बुलडोजर कार्रवाई को लेकर चर्चाएं तेज हैं।
सूत्रों के अनुसार, मुरादी रोड पर जिन मकानों को लेकर कोर्ट से स्टे नहीं मिला है, उन्हें डीडीए द्वारा तोड़ा जा सकता है। वहीं दिल्ली पुलिस भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सतर्क है।
पुलिस का बयान
दिल्ली पुलिस ने बताया कि बटला हाउस इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा कड़ी की गई है। खासतौर पर भारी बारिश के बावजूद पुलिसकर्मियों को कई स्थानों पर अवरोधक लगाते देखा गया। पुलिस ने अपने मुखबिर नेटवर्क को भी सक्रिय कर दिया है ताकि किसी भी संभावित विरोध या हंगामे की जानकारी समय रहते मिल सके।
दिल्ली हाई कोर्ट ने फिलहाल डीडीए द्वारा बटला हाउस में की जाने वाली डिमोलिशन कार्रवाई पर रोक लगाते हुए 10 जुलाई तक यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। कोर्ट ने 16 जून को सुनवाई करते हुए डीडीए और अन्य पक्षों को चार हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है। अब अगली सुनवाई 10 जुलाई को होगी।
लोगों में चिंता का माहौल
इलाके के लोग अभी भी दुविधा में हैं। जिन मकानों पर स्टे नहीं है, उनके मालिक परेशान हैं कि कब बुलडोजर पहुंचेगा। वहीं, कोर्ट के आदेश से कुछ लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है।
बटला हाउस जैसे घनी आबादी वाले इलाके में इस तरह की कार्रवाई से न केवल लोग बेघर हो सकते हैं, बल्कि सामाजिक तनाव भी बढ़ सकता है। अब सबकी नजर 10 जुलाई को होने वाली अगली सुनवाई पर टिकी है।