
देश की प्रमुख विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया ने एक अहम फैसला लेते हुए अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15 प्रतिशत कटौती करने की घोषणा की है। यह कटौती मिड-जुलाई तक लागू रहेगी और मुख्य रूप से वाइडबॉडी एयरक्राफ्ट यानी बड़े विमानों पर असर डालेगी।
—
क्यों लिया गया यह फैसला?
यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसके बाद सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई थी।
साथ ही बीते 6 दिनों में 83 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। इसको देखते हुए एयर इंडिया ने यह कदम उठाया है ताकि ऑपरेशन स्थिर बने और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता मिल सके।
—
किन वजहों से उड़ानों पर असर?
एयर इंडिया ने बताया कि उड़ानों में कटौती के पीछे कई अहम वजहें हैं:
मध्य पूर्व में बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव
यूरोप और पूर्वी एशिया के देशों में नाइट कर्फ्यू
इंजीनियरिंग और पायलट टीमों की अतिरिक्त सतर्कता
सुरक्षा जांच का जारी रहना
इन सभी कारणों की वजह से उड़ानों की नियमितता प्रभावित हो रही थी, जिससे यात्रियों की असुविधा बढ़ रही थी।
—
यात्रियों को राहत देने के प्रयास
एयर इंडिया ने कहा कि वे इस स्थिति में यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा राहत देने की कोशिश कर रहे हैं।
जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द हुई हैं, उन्हें समय पर जानकारी दी जाएगी।
यात्री चाहें तो अपनी यात्रा मुफ्त में रीशेड्यूल कर सकते हैं या पूरा रिफंड ले सकते हैं।
एयर इंडिया ने प्रभावित यात्रियों से माफी भी मांगी है और भरोसा दिलाया है कि उन्हें हर संभव विकल्प दिए जाएंगे।
—
नई उड़ानों की लिस्ट कब आएगी?
एयर इंडिया ने कहा है कि 20 जून 2025 से लागू होने वाली नई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की लिस्ट जल्द ही जारी कर दी जाएगी। इससे यात्रियों को अपने यात्रा कार्यक्रम की योजना बनाने में आसानी होगी।
—
🔍 अहमदाबाद विमान हादसे की जांच जारी
12 जून को हुए एयर इंडिया विमान हादसे पर कंपनी ने कहा है कि जांच अभी चल रही है, और पूरी सावधानी के साथ यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर गलती कहां हुई। इस जांच के आधार पर आगे की उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
—
🧪 विमानों की जांच कहां तक पहुंची?
DGCA (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों की सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं।
कुल 33 विमानों में से 26 की जांच पूरी हो चुकी है और उन्हें उड़ान की अनुमति दे दी गई है।
बाकी बचे 7 विमानों की जांच अगले कुछ दिनों में पूरी हो जाएगी।
यह जांच सुनिश्चित करेगी कि सभी विमान तकनीकी रूप से सुरक्षित हैं और यात्रियों को किसी भी प्रकार का खतरा नहीं हो।
—
✈️ निष्कर्ष
एयर इंडिया का यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और भरोसे को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। भले ही इस अस्थायी कटौती से यात्रियों को कुछ परेशानी हो सकती है, लेकिन लंबी अवधि में यह कदम बेहतर सेवाएं देने और संकटों से निपटने की तैयारी का हिस्सा है।
“यात्रियों की सुरक्षा सबसे पहले, सेवा में कोई समझौता नहीं!” – एयर इंडिया