
अब पंजाब में पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप करने में लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य सरकार ने इस प्रक्रिया को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत हर जिले में स्क्रैप कलेक्शन सेंटर खोलने की योजना बनाई गई है।
फिलहाल मोहाली, पटियाला और मानसा में पहले से ही स्क्रैप सेंटर चल रहे हैं, जिनसे 8 जिलों के लोगों को लाभ मिल रहा है। इनमें फतेहगढ़ साहिब, संगरूर, बर्नाला, बठिंडा और श्री मुक्तसर साहिब शामिल हैं। सरकार की योजना है कि अब ऐसे करीब 20 नए कलेक्शन सेंटर और खोले जाएं। अगर लोगों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला तो भविष्य में इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी।
नए सेंटर से क्या होगा फ़ायदा?
नए कलेक्शन सेंटरों की मदद से पुरानी, बंद या खराब हो चुकी गाड़ियों को सीधे स्क्रैप सेंटर तक पहुंचाया जाएगा। इससे लोगों को कहीं दूर नहीं जाना पड़ेगा और स्क्रैपिंग की प्रक्रिया तेज़ और सुविधाजनक हो जाएगी। फिलहाल मोरिंडा और लुधियाना में भी स्क्रैप सेंटर हैं, लेकिन मांग ज़्यादा होने की वजह से इन पर काफी दबाव बढ़ गया है।
स्क्रैप करने पर मिल रही है छूट
राज्य सरकार स्क्रैप की गई पुरानी गाड़ियों के बदले नई इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदने पर रजिस्ट्रेशन फीस और मोटर व्हीकल टैक्स में छूट भी दे रही है। इससे लोगों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों की तरफ आकर्षित किया जा रहा है, जिससे पर्यावरण को भी फायदा होगा।
बढ़ती गाड़ियों की संख्या
पंजाब में अब तक 1.39 करोड़ से ज्यादा वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इनमें से अधिकतर गाड़ियाँ 12 से 15 साल पुरानी हो चुकी हैं। सिर्फ 2023 में 6.40 लाख नए वाहन रजिस्टर्ड हुए, और 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 7.06 लाख तक पहुंच गया। हर साल औसतन 6 से 7 लाख नए वाहन सड़क पर उतर रहे हैं।
इस तेज़ी से बढ़ती संख्या के कारण पुरानी गाड़ियों को हटाना और स्क्रैप करना ज़रूरी हो गया है, ताकि ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों पर नियंत्रण पाया जा सके।
त्योहारी सीज़न से पहले शुरुआत
संभावना है कि त्योहारी सीज़न शुरू होने से पहले ये 20 नए स्क्रैप कलेक्शन सेंटर शुरू कर दिए जाएंगे। इससे न सिर्फ लोगों को सुविधा मिलेगी, बल्कि राज्य में वाहनों के मैनेजमेंट और पर्यावरण सुरक्षा को भी बल मिलेगा।
इस कदम से साफ है कि पंजाब सरकार पर्यावरण बचाने और आधुनिक, स्वच्छ यातायात व्यवस्था के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है।