
पंजाबी सिंगर और म्यूजिक डायरेक्टर मीका सिंह ने हाल ही में पंजाबी सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने दिलजीत को “फेक सिंगर” और “गैर-जिम्मेदार कलाकार” कहा है। इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब दिलजीत की आने वाली फिल्म ‘सरदार जी 3’ में पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर को कास्ट किया गया।
“देश पहले” – मीका का सख्त बयान
मीका सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक लंबा नोट शेयर करते हुए लिखा – “देश पहले (Nation First)”। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते इस समय बेहद संवेदनशील दौर में हैं, ऐसे में किसी भी कलाकार को सरहद पार से जुड़े व्यक्ति के साथ काम करने से पहले दो बार सोचना चाहिए।
उन्होंने लिखा, “कुछ कलाकार इतने गैर-जिम्मेदार हैं कि वो ऐसी गंभीर स्थिति में भी केवल अपने फायदे के लिए काम करना जारी रखते हैं। जब देश की गरिमा और भावना का सवाल हो, तब देश पहले आता है।”
हानिया आमिर की मौजूदगी पर आपत्ति
मीका सिंह ने हानिया आमिर को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्होंने भारत-विरोधी बयान दिए हैं और ऐसी शख्सियत को फिल्म में लेना गलत है। उन्होंने उदाहरण देते हुए फिल्म ‘अबीर गुलाल’ का भी जिक्र किया जिसमें फवाद खान को लिया गया था और उसे पुलवामा हमले के बाद बैन कर दिया गया था। मीका ने सवाल किया कि ऐसे उदाहरणों के बावजूद कलाकार क्यों नहीं सीखते।
दिलजीत की चुप्पी पर भी सवाल
मीका ने दिलजीत दोसांझ पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने फैंस को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने लिखा, “एक फेक सिंगर जिसने भारत में हजारों फैंस के बीच 10 शो किए, अब अचानक गायब हो गया है। ये फैंस के साथ धोखा है।” मीका का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
FWICE ने भी जताई नाराजगी
Federation of Western India Cine Employees (FWICE) ने भी इस मामले में नाराजगी जताई है। उन्होंने हानिया आमिर की भारत-विरोधी सोच और बयानों पर आपत्ति जताते हुए, दिलजीत और उनकी टीम की कड़ी आलोचना की है।
FWICE ने भारत सरकार से मांग की है कि फिल्म ‘सरदार जी 3’ को रिलीज़ न होने दिया जाए और निर्माताओं के पासपोर्ट रद्द किए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने पूरे देश में फिल्म पर बैन लगाने की मांग भी की है।
क्या है आगे?
इस विवाद ने न केवल पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री बल्कि सोशल मीडिया पर भी बहस छेड़ दी है। दिलजीत दोसांझ की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन फैंस और सिनेमा जगत इस बात को लेकर बंटे हुए हैं कि कलाकारों को कला की आज़ादी होनी चाहिए या देशहित पहले आना चाहिए।
यह पूरा मामला सिर्फ एक फिल्म की कास्टिंग से कहीं आगे बढ़ गया है। यह सवाल बन गया है कि क्या कलाकारों को देश के मौजूदा हालात और जनभावनाओं का ध्यान रखना चाहिए या कला की सीमा सरहदों से ऊपर होती है। फिलहाल, नजरें दिलजीत के जवाब और सरकार की कार्रवाई पर टिकी हैं।