
पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत आज एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के घर विजिलेंस विभाग ने छापा मारा और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। यह छापेमारी पंजाब के विभिन्न हिस्सों में चल रहे नशा विरोधी अभियान का हिस्सा है।
सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस की टीमों ने मजीठिया के अमृतसर स्थित घर सहित कई अन्य ठिकानों पर एक साथ रेड की। छापेमारी के दौरान अधिकारियों को मजीठिया के घर से 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरियां और कई जरूरी दस्तावेज़ बरामद हुए हैं। इसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए मोहाली ले जाया गया।
इस कार्रवाई पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने इस कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि पंजाब में नशे को बढ़ावा देने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो। केजरीवाल ने कहा कि पिछली सरकारों के समय मंत्री तक नशे की तस्करी में शामिल थे और नशा तस्करों को अपने घरों में छुपाकर रखते थे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अब सरकार सख्त है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से क्यों न जुड़े हों। आम आदमी पार्टी की सरकार में कोई भी नशा तस्कर बच नहीं पाएगा, फिर चाहे वह कितना भी ताकतवर क्यों न हो।
केजरीवाल ने यह भी बताया कि सिर्फ पंजाब ही नहीं, बल्कि दिल्ली, हरियाणा और कई अन्य राज्यों में भी नशे की तस्करी हो रही है, जिस पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक हलकों में भी हलचल है। यह देखा जा रहा है कि क्या यह केवल एक कानूनी कार्रवाई है या इसके पीछे कोई राजनीतिक रणनीति भी है। फिलहाल विजिलेंस की ओर से छापेमारी में मिली सामग्रियों पर आधिकारिक जानकारी का इंतज़ार किया जा रहा है।