समाजवादी पार्टी के समाप्ति के बाद कानपुर के सिसामाऊ सीट से आउटगोइंग विधायक Irfan Solanki की पिलाई गई याचिका की सुनवाई को अलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थगित कर दिया गया है। उच्च न्यायालय में वकीलों की हड़ताल के कारण, निर्णय के लिए अगली तारीख अब तय की गई है। इस मामले की सुनवाई 18 जुलाई को होगी। Irfan यूपी के महाराजगंज जिला जेल में बंद हैं।
इस मामले की सुनवाई न्यायाधीश राजीव मिश्रा की एकल बेंच में होनी थी। इस अपील में सजा रद्द करने की मांग की गई है। इसके अलावा, सजा को रोकने और न्यायालय के निर्णय तक जमानत देने की भी मांग की गई है। 7 साल की सजा के कारण, Irfan Solanki की विधानसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई है। सिसामाऊ सीट पर शीघ्र होगी उपचुनाव की तैयारी।
सदस्यता पुनः प्राप्त होने पर उपचुनाव नहीं होगा। अगर Irfan Solanki को न्यायालय से राहत मिलती है और उनकी सजा रोक दी जाएगी। उनकी विधानसभा की सदस्यता फिर से प्राप्त होगी, इसके कारण इस सीट पर कोई उपचुनाव नहीं होगा। Irfan Solanki के साथ ही, इस मामले में दोषी पाए गए उनके भाई रिज़वान सोलंकी ने भी एक याचिका दायर की है। भाई रिज़वान सोलंकी की याचिका में भी यही मांग दोहराई गई है।
एक विमान में आग लगाने के मामले में मामला दर्ज किया गया था। 7 जून को कानपुर की विशेष एमपी एमएलए कोर्ट ने समाजवादी पार्टी विधायक Irfan Solanki और उनके भाई रिज़वान सोलंकी समेत पांच लोगों को सजा सुनाई थी। Solanki भाइयों के वकील उपेंद्र उपाध्याय उनकी ओर से तर्क प्रस्तुत करेंगे।