भारतीय महिला पहलवान Vinesh Phogat के ओलंपिक के फाइनल मैच से पहले अयोग्यता के बाद उनके मेडल पर आज निर्णय लिया जाएगा। विनेश के लिए एक अच्छी खबर यह है कि भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) इस अयोग्यता के मामले में प्रसिद्ध भारतीय वकील हरीश साल्वे का प्रतिनिधित्व करेगा। विनेश ने पहले ही अपने संन्यास की घोषणा की थी।
हरीश साल्वे लड़ेगें फोगट का मामला
भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल और किंग्स काउंसिल हरीश साल्वे ने एएनआई को पुष्टि की है कि उन्हें IOA द्वारा Vinesh Phogat के मामले को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में लड़ने के लिए नियुक्त किया गया है।
सुनवाई कब होगी?
विनेश को उनके 50 किलोग्राम वजन वर्ग से फाइनल मैच से पहले 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के कारण अयोग्य ठहराया गया था। अब विनेश ने इस फैसले के खिलाफ CAS में केस दायर किया है।
सुनवाई आज, यानी 9 अगस्त को भारतीय समयानुसार दोपहर 12:30 बजे शुरू होगी।
Kulbhushan Jadhav के केस में लड़ा था संघर्ष
इससे पहले, हरीश साल्वे ने पाकिस्तान में कैद कुलभूषण जाधव के केस में अंतर्राष्ट्रीय अदालत में केस लड़ा था। साल्वे, जो लाखों रुपये फीस लेते हैं, ने तब एक भी पैसा नहीं लिया था। इस केस में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था।
विनेश ने कुश्ती से लिया संन्यास
Vinesh Phogat ने पेरिस ओलंपिक्स के फाइनल में अयोग्यता के बाद कुश्ती से संन्यास की घोषणा की। एक भावनात्मक पोस्ट में फोगट ने कहा,
“माँ कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गया। माफ करना, तुम्हारा सपना और मेरी हिम्मत टूट गई। अब मुझमें और ताकत नहीं है। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आपके माफ करने के लिए मैं हमेशा ऋणी रहूंगा।”
कुश्ती महासंघ ने संन्यास को वापस लेने की अपील की
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने फोगट से उनकी संन्यास की घोषणा पर पुनर्विचार करने की अपील की। सिंह ने जोर दिया कि फोगट की घोषणा जल्दबाजी में की गई प्रतीत होती है और उन्होंने सुझाव दिया कि विनेश को अपने परिवार, महासंघ और अन्य खेल अधिकारियों से चर्चा करनी चाहिए जब वह भारत लौटें।