India-China Tension: भारत-चीन सीमा पर तनाव कोई नई बात नहीं है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच पिछले कुछ वर्षों में कई बार टकराव हो चुका है, विशेषकर पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में 2020 में। इस टकराव के बाद से सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों के बीच कई वार्ताएँ हुई हैं। इन वार्ताओं का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के बीच के तनाव को कम करना रहा है।
LAC विवाद के बारे में ताजा दावा
हाल ही में खबरें आई थीं कि एक बार फिर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में LAC पर टकराव हुआ है। यह भी दावा किया गया कि LAC पर स्थिति लगातार बिगड़ रही है और सैनिकों के बीच टकराव के कारण सीमा पर तनाव बढ़ गया है। इस सब के बीच भारतीय सेना ने इस पूरे मामले पर बयान जारी किया है, जिसने इन सभी दावों को नकारते हुए स्थिति को स्पष्ट किया है।
भारतीय सेना ने क्या कहा?
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट जारी कर कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव की खबरें झूठी हैं। सेना ने स्पष्ट किया है कि सीमा पर कोई ऐसी घटना नहीं हुई है और लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी गई है। सेना ने कहा, “अफवाहों से बचें। सोशल मीडिया पर भारतीय सेना और PLA सैनिकों के बीच टकराव की झूठी सूचनाएँ फैलाई जा रही हैं। यह खबर गलत है और ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। कृपया झूठी खबरों के खिलाफ सतर्क रहें।”
LAC विवाद की अफवाह कैसे फैली?
दरअसल, कई यूज़र्स ने X पर पोस्ट किया था कि पूर्वी लद्दाख के बर्तसे क्षेत्र में सेना और PLA सैनिकों के बीच टकराव हुआ। दावा किया गया कि यह घटना 12 तारीख को लद्दाख के पिलर पॉइंट पर हुई और इसमें 14 सैनिक शामिल थे। जब यह अफवाह तेजी से फैलने लगी, तब सेना ने सामने आकर इसका खंडन किया।