Ayodhya By-Election: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या उपचुनाव को लेकर बड़ा दांव खेला है। एसपी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अवधेश प्रसाद को अयोध्या के मिल्कीपुर सीट की कमान सौंप दी है। इसके साथ ही, एसपी ने पांच अन्य सीटों के लिए चुनाव की तैयारी के प्रभारी भी नियुक्त किए हैं।
उत्तर प्रदेश में दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिनकी तिथियाँ अभी घोषित नहीं की गई हैं, लेकिन राजनीतिक पार्टियाँ इन सीटों पर चुनावी तैयारी शुरू कर चुकी हैं। सभी पार्टियाँ उपचुनाव के लिए अपनी रणनीतियाँ बना रही हैं।
समाजवादी पार्टी ने मिल्कीपुर सीट की जिम्मेदारी सांसद अवधेश प्रसाद को सौंप दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहाँ भाजपा से जिम्मेदारी ली है। पिछली लोकसभा चुनाव में एसपी के अवधेश प्रसाद ने भाजपा सांसद लल्लू सिंह को हराकर MP का पद प्राप्त किया था। अब मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए भी अवधेश को जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही, विधान परिषद में विपक्ष के नेता लाल बिहारी यादव को भी मिल्कीपुर के प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है।
इसके अतिरिक्त, एसपी ने पांच अन्य सीटों पर उपचुनाव की तैयारियों के लिए प्रमुख नेताओं को नियुक्त किया है। एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में फैज़ाबाद संसदीय क्षेत्र से दलित अवधेश प्रसाद पर दांव लगाया था और उनकी रणनीति सफल रही थी। अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव भी होना है। दलित-मुस्लिम और पिछड़ी जातियों के समीकरण के माध्यम से एसपी ने अवधेश प्रसाद को प्रभारी बनाकर अपनी रणनीति बनाई है। माना जा रहा है कि अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद को यहाँ से टिकट मिल सकता है।
पार्टी के महासचिव शिवपाल सिंह यादव को कैथरी (अंबेडकरनगर), सांसद वीरेंद्र सिंह को मझवाँ (मिर्जापुर) सीट और पूर्व मंत्री चंद्रदेव यादव को करहल (मैनपुरी) का जिम्मा सौंपा गया है।
पूर्व मंत्री और विधायक इंद्रजीत सरोज को फूलपुर सीट के प्रभारी और विधायक राजेंद्र कुमार को सिसamau (कानपुर नगर) के प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है। अखिलेश यादव ने इन सभी प्रभारी नेताओं से बूथ स्तर पर संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने का निर्देश दिया है।
हर बूथ पर पांच युवा
पार्टी के उच्च नेतृत्व ने अपने प्रभारी को निर्देशित किया है कि वे हर बूथ पर पांच सक्रिय युवाओं को तैनात करें। ये युवा घर-घर जाकर संविधान और आरक्षण के महत्व को समझाएंगे। विधानसभा प्रभारी इन सक्रिय बूथ-स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे।
एसपी नेताओं का कहना है कि इन कार्यकर्ताओं से प्राप्त फीडबैक को विभिन्न मंचों पर चुनाव आयोग से लेकर दिल्ली तक उठाया जाएगा, ताकि निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित किया जा सके।