Delhi: दिल्ली के RML अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक अगले साल पूरी तरह से तैयार होगा। पहले यह कहा जा रहा था कि यह ब्लॉक इस साल शुरू हो जाएगा, लेकिन अब इसके निर्माण का काम पूरा नहीं हो सका है। नए ब्लॉक के तैयार होने के बाद अस्पताल में कई प्रकार की सुविधाओं में वृद्धि होगी, जिससे हृदय और तंत्रिका संबंधी बीमारियों के साथ-साथ किडनी, लिवर और कैंसर के इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इससे गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
निर्माण कार्य की स्थिति
RML अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का निर्माण कार्य अब इस साल शुरू होने की संभावना नहीं है। इसके निर्माण का फिनिशिंग काम पूरा नहीं हुआ है। इसके अलावा, केंद्रीकृत ऑक्सीजन पाइपलाइन और मेडिकल उपकरणों की स्थापना का काम भी चल रहा है। इन कारणों से, मेडिकल सुविधाओं की शुरुआत अब अगले साल की शुरुआत में हो सकेगी। इसके बाद मरीजों को अस्पताल में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।
वर्तमान में सुविधाओं की कमी
वर्तमान में, RML अस्पताल में मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, रेडियोटेरेपी, न्यूक्लियर मेडिसिन जैसे कई सुपर स्पेशलिटी विभाग नहीं हैं। इसके अलावा, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और कार्डियक सर्जरी के लिए बेड की कमी है। ऑपरेशन थिएटर्स की भी कमी है।
सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का निर्माण
इस कमी को देखते हुए, अगस्त 2019 में अस्पताल में लगभग 550 बेड का सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक बनाना शुरू किया गया था। इसका निर्माण मार्च 2022 तक पूरा होना था, लेकिन कोरोना के कारण परियोजना में देरी हो गई। बाद में, इसका निर्माण नवंबर पिछले साल तक पूरा करने और चिकित्सा सुविधाओं की शुरुआत का लक्ष्य तय किया गया।
नई शुरुआत की तारीख
इसके बाद, इसकी तारीख बढ़ाई गई और 27 अप्रैल इस साल तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया। अब इसे अगस्त-सितंबर में शुरू करने की बात की जा रही थी, लेकिन अब इसमें चिकित्सा सुविधाओं की शुरुआत में चार से पांच महीने और लग सकते हैं। वर्तमान में, इसकी संरचनात्मक निर्माण पूरी हो चुकी है और फिनिशिंग और मेडिकल उपकरणों की स्थापना चल रही है।
नए सुविधाओं की शुरुआत
नए ब्लॉक के शुरू होने पर, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी और कार्डियक सर्जरी विभागों के बेड की संख्या दोगुनी हो जाएगी। वर्तमान में इन विभागों को 20 बेड मिलते हैं, जो बढ़कर 40 हो जाएंगे। नेफ्रोलॉजी और पेडियाट्रिक सर्जरी विभागों के बेड भी बढ़ेंगे और यूरोलॉजी के ऑपरेशन थिएटर्स की संख्या भी बढ़ेगी। इसके अलावा, अंग प्रत्यारोपण चिकित्सा विभाग शुरू किया जाएगा और प्रत्यारोपण के लिए एक अलग ऑपरेशन थिएटर आवंटित किया जाएगा। इससे किडनी और हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी की संख्या बढ़ेगी और लिवर प्रत्यारोपण की सुविधा भी शुरू होगी। मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और न्यूक्लियर मेडिसिन विभागों की भी शुरुआत की जाएगी, जो कैंसर मरीजों के इलाज में मदद करेंगे।