हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख आज है, और राजनीतिक दल अपने नाराज और बागी नेताओं को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन के पति राजीव जैन को मनाने में सफलता प्राप्त की है, जो नाराज होकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतर गए थे।
बीजेपी ने राजीव जैन को मनाने के लिए विशेष प्रयास किए, और अब वे अपनी उम्मीदवारी वापस लेने और पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार को समर्थन देने के लिए तैयार हो गए हैं। यह बीजेपी के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि राजीव जैन के निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने से पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार को नुकसान हो सकता था।
राजीव जैन ने नामांकन वापस लेने की बात मान ली
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने सोमवार सुबह सोनीपत में कविता जैन और राजीव जैन के आवास पर पहुंचकर महत्वपूर्ण बैठक की। राजीव जैन ने बीजेपी से टिकट न मिलने पर सोनीपत से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया था, जिससे बीजेपी को अपने उम्मीदवार निखिल मदान को नुकसान होने की आशंका थी। इस बैठक में राजीव जैन ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने की बात मान ली। उन्होंने ऐलान किया कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे। सीएम सैनी ने कहा कि राजीव जैन बीजेपी परिवार के सदस्य हैं और उनकी पार्टी में सम्मान की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो पार्टी ने निर्णय लिया है, हमें स्वीकार करना चाहिए। राजीव जैन ने सरकार में रहकर अपनी भागीदारी निभाई है। सीएम सैनी ने कहा कि तीसरी बार प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन रही है। राजीव जैन, मनोहर लाल खट्टर के सीएम रहते हुए उनके मीडिया सलाहकार रह चुके हैं।