आज भारतीय शेयर बाजार के लिए एक काले दिन के रूप में साबित हुआ, जहां कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, बैंकिंग, और ऑटो सेक्टर में भारी बिकवाली ने हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र को गिरावट की ओर धकेल दिया। सेंसेक्स 80,000 के स्तर से नीचे जा गिरा, जबकि मिडकैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स ने भी बड़ी गिरावट देखी। इस बिकवाली के चलते निवेशकों को आज 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ।
बाजार का समापन
बाजार बंद होने पर, सेंसेक्स 663 अंकों की गिरावट के साथ 79,402 पर क्लोज हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 218 अंक गिरकर 24,180 पर पहुँच गया। यह गिरावट विभिन्न क्षेत्रों में बिकवाली के कारण हुई, जिसने निवेशकों के फेस्टिव मूड को बिगाड़ दिया।
चढ़ने और गिरने वाले शेयर्स
आज के कारोबार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 10 में तेजी रही, जबकि 20 में गिरावट देखने को मिली। इंडसइंड बैंक ने अपने खराब नतीजों के कारण सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की, जो 18.79% गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा, महिंद्रा एंड महिंद्रा 3.56%, एल एंड टी 3.01%, एनटीपीसी 2.73%, अडानी पोर्ट्स 2.33%, और मारुति 2.14% की गिरावट के साथ बंद हुए।
वहीं, तेजी वाले शेयरों में आईटीसी 2.24%, एक्सिस बैंक 1.85%, एचयूएल 0.96%, सन फार्मा 0.53%, और आईसीआईसीआई बैंक 0.51% की तेजी के साथ बंद हुए।
निवेशकों को हुआ नुकसान
बाजार में भारी बिकवाली के कारण निवेशकों को आज बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा। बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 437.76 लाख करोड़ रुपये पर क्लोज हुआ, जो पिछले सत्र में 444 लाख करोड़ रुपये के करीब था। इस गिरावट से स्पष्ट है कि आज के सत्र में निवेशकों को 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
सेक्टरों का हाल
आज सबसे बड़ी गिरावट बैंकिंग, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑटो, ऑयल एंड गैस एनर्जी, मीडिया, और मेटल्स सेक्टर के शेयरों में देखने को मिली। केवल फार्मा और एफएंडसीजी सेक्टर के स्टॉक्स ने तेजी के साथ कारोबार किया। निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स 1,071 और स्मॉल कैप 401 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ।
आज का सत्र भारतीय शेयर बाजार के लिए अत्यधिक चुनौतीपूर्ण साबित हुआ, जिसमें निवेशकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। विभिन्न सेक्टरों में आई बिकवाली ने बाजार के प्रदर्शन को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया, और आगे की स्थिति को लेकर निवेशकों में चिंता बनी हुई है।