महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में मुख्य आरोपी सुजीत सुशील सिंह को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार किया गया है। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस गिरफ्तारी की जानकारी साझा की।
गौरव यादव ने बताया कि आरोपी सुजीत लुधियाना में अपने ससुराल में छिपा हुआ था, जहां से उसे पकड़ा गया। इस हाई-प्रोफाइल हत्या में उसका नाम तीन दिन पहले ही आया था, जब एक अन्य आरोपी नितिन गौतम सप्रे ने हत्या की साजिश के बारे में सूचना दी थी। बताया जा रहा है कि सुजीत ने हमलावरों को मदद भी पहुंचाई थी। मुंबई पुलिस ने उसे जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया है और अब मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
हत्याकांड की पृष्ठभूमि
पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या 12 अक्टूबर की रात को बांद्रा ईस्ट में उस वक्त की गई, जब वह अपने बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर थे। हमलावर गाड़ी से आए और बाबा सिद्दीकी पर गोलियां बरसाकर फरार हो गए। बाबा सिद्दीकी को पहले ही जान से मारने की धमकी मिल चुकी थी, जिसके कारण उन्हें ‘Y’ कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी। इसके बावजूद हमलावरों ने वारदात को अंजाम देने में सफलता पाई, जिससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया।
पुलिस का आपसी सहयोग
इस हत्या मामले में मुंबई और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से दोनों राज्यों के बीच सुरक्षा और न्याय के प्रति अटूट प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। डीजीपी यादव के अनुसार, यह अंतरराज्यीय ऑपरेशन सार्वजनिक सुरक्षा के प्रति पुलिस के संकल्प को मजबूत करता है। जांच में पता चला है कि सुजीत पहले ही लुधियाना भाग गया था और वहां करीब एक महीने से छिपा हुआ था। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को इस मामले में अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
हत्या की योजना की जानकारी पहले ही मिल गई थी
खबरों के अनुसार, नितिन गौतम सप्रे नामक आरोपी ने पुलिस को जानकारी दी थी कि हत्या की साजिश पहले से ही रची जा रही थी। पुलिस को तीन दिन पहले ही इस योजना के बारे में पता चल गया था, जिसके बाद हमलावरों की तलाश तेज कर दी गई। सुजीत का नाम आने के बाद उसे पकड़ने के लिए अभियान को और तेज किया गया।
न्याय की दिशा में आगे की कार्रवाई
सुजीत को गिरफ्तार कर मुंबई पुलिस को सौंपे जाने के बाद मामले में और जानकारी मिल सकती है। इस जघन्य हत्याकांड ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं, और पुलिस अब इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है। बाबा सिद्दीकी के समर्थकों और राज्य के नेताओं ने इस हत्याकांड की निंदा की है और न्याय की मांग की है।