हाल ही में कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक ने अपने मामा, अभिनेता गोविंदा से सात साल पुराने विवाद को दरकिनार करते हुए उनके हालचाल पूछने उनके घर पहुंचे। ईटाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कृष्णा ने इस भावुक मुलाकात का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि, “जैसे ही भारत लौटा, मैं सीधे मामा से मिलने उनके घर पहुंचा। ऐसा लगा मानो मैंने आधा वनवास पूरा कर लिया हो। उन्होंने कहा कि गोविंदा अब ठीक हो रहे हैं और इस मुलाकात में लगभग एक घंटा दोनों ने साथ बिताया, जो बेहद भावुक पल था।
गोविंदा का मिसफायर हादसा और कृष्णा की चिंता
कुछ समय पहले गोविंदा के घर में एक अनजाने हादसे के कारण उनकी गन से मिसफायर हुआ और गोली उनके पैर में जा लगी। इस घटना के बाद गोविंदा को अस्पताल में 3-4 दिन बिताने पड़े थे। इस समय गोविंदा का भांजा कृष्णा अपने काम के सिलसिले में ऑस्ट्रेलिया में थे, लेकिन जैसे ही उन्हें इस घटना की खबर मिली, उन्होंने अपना टूर लगभग कैंसिल करने का निर्णय कर लिया था। कृष्णा ने बताया कि हॉस्पिटल के स्टाफ और पत्नी कश्मीरा शाह के आश्वासन के बाद उन्होंने राहत महसूस की और ऑस्ट्रेलिया में टूर को पूरा किया।
घर लौटकर किया विवाद खत्म
कृष्णा ने ऑस्ट्रेलिया से लौटकर सीधे गोविंदा के घर जाकर उन्हें गले लगा लिया और लगभग सात साल पुराने मतभेदों को भुलाने का निर्णय लिया। कृष्णा ने यह भी बताया कि इस मुलाकात के दौरान उन्होंने बीते विवाद का जिक्र नहीं किया और सिर्फ वर्तमान का आनंद लिया। इस मौके पर कृष्णा ने गोविंदा की बेटी टीना आहूजा (नम्मो) से भी मुलाकात की। दोनों के बीच यह बैठक पारिवारिक पुनर्मिलन की तरह रही, जिसमें सभी पुराने गिले-शिकवे दरकिनार कर दिए गए।
पुराने विवाद का कारण क्या था?
गोविंदा और उनके भांजे कृष्णा अभिषेक के बीच लंबे समय से मनमुटाव बना हुआ था। दोनों के रिश्तों में तब दरार आई जब गोविंदा ने एक इंटरव्यू में कृष्णा के कॉमेडी शो में उनके ऊपर किए गए चुटकुलों और टिप्पणियों पर आपत्ति जताई। गोविंदा को इस बात से ठेस पहुंची थी और उन्होंने खुले तौर पर कृष्णा के सेंस ऑफ ह्यूमर की आलोचना की। इस मनमुटाव का असर उनके परिवारों पर भी पड़ा, और गोविंदा ने कृष्णा की पत्नी कश्मीरा से दूरी बना ली थी, यहां तक कि उन्होंने उनसे दोबारा बात न करने का संकल्प भी ले लिया था। इसके बाद, दोनों परिवारों के बीच कई सालों तक बातचीत नहीं हुई।
बहन आरती की शादी में दिखा पहला मेल-मिलाप
हालांकि, इस साल अप्रैल में कृष्णा की बहन आरती की शादी के दौरान गोविंदा ने अपने बेटे यशवर्धन के साथ इस समारोह में शिरकत की थी। इस शादी ने दोनों परिवारों के बीच पहली बार मेल-मिलाप का मौका दिया। इसके बाद से ही माना जा रहा था कि कृष्णा और गोविंदा के बीच की खटास कम हो सकती है।
‘परिवार में गलतफहमियां होती हैं, लेकिन प्यार भी’
कृष्णा ने अपने इंटरव्यू में कहा, “परिवार में गलतफहमियां हो सकती हैं, लेकिन कोई भी चीज हमें लंबे समय तक अलग नहीं रख सकती। इस मुलाकात ने मुझे एहसास कराया कि परिवार में बड़ों की डांट भी होती है, लेकिन वह डांट हमारे भले के लिए होती है।” कृष्णा ने बताया कि मामी से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी क्योंकि वह व्यस्त थीं, लेकिन उन्हें यह डर भी था कि मामी उनसे उनके व्यवहार के लिए नाराज हो सकती हैं। कृष्णा ने यह भी स्वीकार किया कि कभी-कभी बड़ों की डांट भी जरूरी होती है, और हमें उनकी नाराजगी को भी समझना चाहिए।
क्या इस मुलाकात से रिश्ते बेहतर होंगे?
गोविंदा और कृष्णा अभिषेक के बीच के विवाद की जड़ में कई वर्षों से बढ़ती गलतफहमियां और सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के खिलाफ की गई टिप्पणियां थीं। लेकिन हाल की इस मुलाकात ने रिश्तों को सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। परिवार के भीतर विवाद किसी भी परिवार में हो सकते हैं, लेकिन समय के साथ समझदारी और सामंजस्य से रिश्तों को सुलझाया जा सकता है। गोविंदा और कृष्णा के इस पुनर्मिलन से यह उम्मीद की जा रही है कि दोनों परिवार अपने रिश्ते में आई दरार को भरने की ओर बढ़ेंगे।
कृष्णा और गोविंदा के रिश्ते के इस पुनर्मिलन से न केवल परिवार के अन्य सदस्यों को बल्कि उनके प्रशंसकों को भी यह संदेश मिलता है कि परिवार में गलतफहमियों को प्यार और समझदारी से दूर किया जा सकता है।