मुंबई के चर्चित एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ा खुलासा किया है। जांच के अनुसार, हत्या में शामिल तीन शूटर गुरमैल सिंह, धर्मेंद्र कश्यप और शिवकुमार सीधे तौर पर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे। तीनों शूटर अनमोल से स्नैपचैट के जरिए बातचीत कर रहे थे, जिससे पुलिस को उनके साजिश में शामिल होने के अहम सबूत मिले हैं। इस केस से जुड़े 10 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है, और उनसे मिले चार मोबाइल फोन में इस संवाद का प्रमाण मिला है।
स्नैपचैट पर शूटरों और अनमोल बिश्नोई के बीच संवाद
जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या के आरोपियों में शामिल तीन शूटरों ने अनमोल बिश्नोई से स्नैपचैट पर अलग-अलग समय पर बातचीत की थी। यह पहली बार है जब किसी हत्या केस में शूटरों के सीधे तौर पर लॉरेंस बिश्नोई के भाई से जुड़े होने का प्रमाण मिला है। इसके अलावा, अन्य गिरफ्तार आरोपी, परवीन लोनकार, जो पुणे से पकड़ा गया, भी अनमोल बिश्नोई के संपर्क में था।
अनमोल बिश्नोई पर एनआईए का 10 लाख का इनाम
नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर हुए शूटआउट और बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में सबूतों के आधार पर अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। अनमोल बिश्नोई के खिलाफ कुल 11 मामले दर्ज हैं, जिनमें सिद्दू मूसेवाला का मर्डर केस भी शामिल है। एनआईए ने इस कदम को अनमोल के फरार होने और हाल ही में इस मर्डर केस में उसकी संलिप्तता के साक्ष्य सामने आने के बाद उठाया है।
अनमोल की लोकेशन: अमेरिका से पुर्तगाल तक
सिद्दू मूसेवाला मर्डर केस के बाद से ही अनमोल बिश्नोई फरार हो गया था। शुरुआत में उसे केनिया में देखा गया था, लेकिन अप्रैल 2023 में उसे अमेरिका के कैलिफॉर्निया में एक कार्यक्रम में देखा गया। पंजाबी सिंगर औजला और शेरीमान के इस कार्यक्रम में उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं थीं। उसके सोशल मीडिया पोस्ट्स के आईपी एड्रेस की जांच करने पर उसके पुर्तगाल में होने का संकेत मिला। वर्तमान में माना जा रहा है कि वह अमेरिका में छिपा हुआ है और अक्सर कनाडा की यात्रा करता है।
फरार होने की योजना और फर्जी पासपोर्ट
एनआईए के अनुसार, मूसेवाला के मर्डर के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने अनमोल को नेपाल के जरिए फर्जी पासपोर्ट से दुबई, फिर केनिया और अंत में अमेरिका भेज दिया था। अनमोल पर इससे पहले भी कई गंभीर आरोप हैं और उसे राजस्थान के जोधपुर जेल में एक मर्डर केस में बंद किया गया था। 7 अक्टूबर 2021 को उसे जमानत मिलने के बाद से ही वह कानून की गिरफ्त से बाहर है। फरार होने के बाद से ही उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया था।
एनआईए की तफ्तीश और अनमोल की लोकेशन पर नजर
एनआईए अनमोल के ठिकाने को लेकर सतर्क है और लगातार उसकी लोकेशन ट्रैक करने की कोशिश कर रही है। पुलिस को संदेह है कि अनमोल बिश्नोई का नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है, और वह विभिन्न देशों में अपना ठिकाना बदलते हुए पुलिस की नजरों से बचने की कोशिश कर रहा है। भारत सरकार और एनआईए ने इंटरपोल से भी संपर्क किया है ताकि उसकी लोकेशन की पुष्टि हो सके और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में अनमोल बिश्नोई की संलिप्तता ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग की अंतरराष्ट्रीय नेटवर्किंग और उनके अपराधों की गंभीरता को उजागर किया है। स्नैपचैट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल साजिश रचने के लिए करना, शूटरों के साथ उसका सीधा संपर्क और उसकी फरारी की योजना को लेकर भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। अब एनआईए और मुंबई पुलिस अनमोल की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर रही हैं, और इस मामले में उसके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए जा रहे हैं।