नई दिल्ली के कनॉट प्लेस थाना पुलिस ने हाल ही में पालिका बाजार की एक दुकान से एक चीनी निर्मित मोबाइल फोन सिग्नल जैमर बरामद किया है। यह जैमर लगभग 50 वर्ग गज के दायरे में मोबाइल सिग्नल को जाम करने की क्षमता रखता है, जो इसे एक महत्वपूर्ण सुरक्षा मुद्दा बनाता है। इस घटना के बाद, दिल्ली पुलिस ने इस तरह के उपकरणों के गैरकानूनी उपयोग पर जांच को और बढ़ाने का निर्णय लिया है।
सूचना और बरामदगी की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस को 24 अक्टूबर को सूचना मिली थी कि पालिका बाजार की दुकान नंबर नौ से मोबाइल सिग्नल जैमर बेचा जा रहा है। इस पर थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने दुकान पर छापा मारा। इस छापे के दौरान, झिलमिल कॉलोनी के निवासी और दुकान के मालिक रविशंकर माथुर से यह सिग्नल जैमर बरामद किया गया। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू की।
दुकानदार के पास नहीं था कोई वैध बिल या लाइसेंस
पूछताछ के दौरान दुकान मालिक ने यह कबूल किया कि उसने इस जैमर को दिल्ली के न्यू लाजपत राय मार्केट से 25 हजार रुपये में खरीदा था। हालांकि, उसके पास इस डिवाइस का कोई वैध बिल या लाइसेंस नहीं था। उसने बताया कि वह इस डिवाइस को अधिक कीमत पर बेचने के इरादे से लाया था। लेकिन बिना लाइसेंस या वैध अनुमति के जैमर खरीदना और बेचना भारतीय कानूनों का उल्लंघन है।
पुलिस ने मुख्य स्रोत की तलाश शुरू की
दुकानदार से पूछताछ के बाद पुलिस की टीम ने न्यू लाजपत राय मार्केट में इस जैमर के मुख्य स्रोत का पता लगाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने हाल के दिनों में बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जांच अभियान को बढ़ा दिया है, खासतौर से त्योहारों के सीजन को देखते हुए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से सभी सार्वजनिक स्थानों पर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
तत्काल जब्ती और सावधानी बरतने की अपील
पुलिस ने इस जैमर को तुरंत जब्त कर लिया और उपकरण की जांच के लिए सभी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन किया जा रहा है। पुलिस उपायुक्त महला ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध उपकरण या वस्तु दिखे तो वे तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें। उन्होंने कहा कि पुलिस की टीमें सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन कर रही हैं और जांच के दौरान मिले इस तरह के किसी भी संदिग्ध उपकरण पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
दिवाली और छठ पर्व को देखते हुए दिल्ली पुलिस सहित सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। दिल्ली पुलिस ने इस दौरान राजधानी के बाजारों और दुकानों में विशेष वेरिफिकेशन ड्राइव भी शुरू किया है। इस वेरिफिकेशन अभियान के तहत ही यह मोबाइल जैमर बरामद हुआ है। त्योहारों के समय में इस तरह के अभियान का उद्देश्य सुरक्षा के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है।
गैरकानूनी जैमर पर कानूनी प्रावधान
सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, भारत में बिना वैध लाइसेंस के कोई भी व्यक्ति या संगठन किसी भी जैमिंग उपकरण का आयात, निर्माण, उपयोग या बिक्री नहीं कर सकता है। जैमिंग डिवाइस केवल सुरक्षा एजेंसियों और सरकारी संगठनों द्वारा ही इस्तेमाल किए जा सकते हैं, और वो भी एक निर्धारित प्रक्रिया और अनुमति के तहत। यह कानून इसलिए सख्त है क्योंकि जैमिंग उपकरणों का गलत इस्तेमाल सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
सुरक्षा के लिए अलर्ट जारी
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के उपकरण न केवल सुरक्षा को खतरे में डालते हैं, बल्कि आम लोगों के लिए भी असुविधा का कारण बन सकते हैं। पुलिस का यह भी मानना है कि त्योहारों के दौरान इस तरह के उपकरणों का इस्तेमाल अपराधियों द्वारा भी किया जा सकता है। इसी कारण दिल्ली पुलिस ने बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त निगरानी बढ़ा दी है। पालिका बाजार में मोबाइल सिग्नल जैमर की बरामदगी ने दिल्ली पुलिस को सख्त कदम उठाने पर मजबूर किया है। इस घटना के बाद पुलिस ने सभी बाजारों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जांच तेज कर दी है। इससे यह साफ हो गया है कि बिना अनुमति के इस तरह के उपकरणों का इस्तेमाल न केवल गैरकानूनी है बल्कि यह सुरक्षा के लिहाज से भी एक बड़ा खतरा है। दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां त्योहारों के इस सीजन में पूरी तरह से सतर्क हैं और वे किसी भी तरह के संभावित खतरे को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।