सितंबर 2024 में क्रेडिट कार्ड खर्च में 25% का उल्लेखनीय उछाल दर्ज हुआ, जो पिछले छह महीनों का सबसे बड़ा इजाफा है। भारतीय रिजर्व बैंक के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर माह में कुल क्रेडिट कार्ड खर्च 1.76 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 1.42 लाख करोड़ रुपये था। अगस्त 2024 में भी क्रेडिट कार्ड्स के माध्यम से 1.68 लाख करोड़ रुपये का खर्च दर्ज किया गया था। इस प्रकार, क्रेडिट कार्ड खर्च में यह बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था और उपभोक्ता मांग की मजबूती की ओर संकेत कर रही है।
विशेषज्ञों का विश्लेषण: त्योहारी मांग और आधार प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि इस महत्वपूर्ण उछाल का मुख्य कारण पिछले साल की कम आधार रेखा और त्योहारी सीजन में बढ़ी उपभोक्ता मांग है। केयर एज रेटिंग्स के BFSI रिसर्च प्रमुख सौरभ भलेराव ने बताया कि “क्रेडिट कार्ड खर्च में यह वृद्धि पिछले साल की इस अवधि की तुलना में कम आधार और त्योहारी खर्च में वृद्धि के चलते है। इसके अतिरिक्त, ईएमआई जैसी प्रोत्साहन योजनाओं ने भी त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं के खर्च को बढ़ावा दिया है।” भलेराव के अनुसार, अक्टूबर में भी त्योहारी खरीदारी के चलते क्रेडिट कार्ड खर्च में मजबूती बनी रहने की उम्मीद है।
आर्थिक संकेत और आरबीआई का दृष्टिकोण
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में कहा कि त्योहारी मांग के सकारात्मक संकेत अर्थव्यवस्था के अच्छे प्रदर्शन की पुष्टि कर रहे हैं। उनका मानना है कि भारत की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक संकेत नकारात्मक संकेतों से अधिक हैं। जुलाई से सितंबर तक के दौरान कुछ निजी बैंकों में क्रेडिट कार्ड के साथ-साथ माइक्रोफाइनेंस पर दबाव बढ़ा है, लेकिन कुल मिलाकर उपभोक्ता खर्च और मांग में सुधार है। आरबीआई की नीति में त्योहारी सीजन के चलते बढ़ी हुई मांग और स्थिरता को लेकर आशावाद नजर आ रहा है।
बैंकों के क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि
सितंबर 2024 में, भारत के सबसे बड़े क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो सितंबर 2023 में 38,661.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 52,226.59 करोड़ रुपये हो गया। इसी प्रकार, एसबीआई कार्ड से लेनदेन 11% बढ़कर 27,714.7 करोड़ रुपये हो गया। आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड से खर्च 24% बढ़कर 31,457 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि एक्सिस बैंक के कार्ड से खर्च में 15.1% की वृद्धि हुई, जो अब 18,721.9 करोड़ रुपये है।
एक्सिस बैंक का नजरिया
एक्सिस बैंक के ग्रुप एक्जीक्यूटिव (अफ्लुएंट बैंकिंग, एनआरआई, कार्ड्स/पेमेन्ट्स और रिटेल लेंडिंग) अरुण चौधरी ने अपने नतीजों की घोषणा के दौरान बताया कि क्रेडिट कार्ड खर्च में बढ़ोतरी तो है लेकिन कुछ क्षेत्रों में शुरुआती दबाव और कर्ज की चुनौतियां भी नजर आ रही हैं। चौधरी ने कहा, “जैसा कि हमने पहले भी बताया था, क्रेडिट कार्ड से जुड़े कुछ सेगमेंट्स में दबाव और कर्ज की प्रवृत्तियां दिखाई दे रही हैं। हमने इन चुनौतियों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए कार्रवाई की है।”
त्योहारी सीजन में वृद्धि की संभावना
त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं के लिए विभिन्न प्रकार की ईएमआई योजनाएं, कैशबैक और छूट ने खर्च को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों के दौरान इस खर्च में और वृद्धि की संभावना है, जिससे अक्टूबर में क्रेडिट कार्ड खर्च और बढ़ सकता है।
सितंबर में क्रेडिट कार्ड खर्च में 25% की बढ़ोतरी ने भारतीय उपभोक्ताओं के बदले हुए रुझानों और अर्थव्यवस्था में बढ़ती स्थिरता को उजागर किया है। इसके साथ ही, यह खर्च की प्रवृत्ति त्योहारी सीजन में भी बढ़ी रहने की संभावना है, जिससे बैंकों के लिए बेहतर राजस्व और उपभोक्ताओं के लिए आर्थिक स्थिरता के संकेत मिलते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अर्थव्यवस्था की मजबूती और उपभोक्ता मांग को ध्यान में रखते हुए किए जा रहे नीति निर्णय भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत हैं, जो आने वाले महीनों में भारतीय अर्थव्यवस्था के बेहतर प्रदर्शन की ओर संकेत करते हैं।