आज पूरे देश में दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस उत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना के जवानों के साथ गुजरात के कच्छ में दिवाली मनाई। जवानों को मिठाई खिलाते हुए प्रधानमंत्री मोदी सेना की वर्दी में नजर आए। प्रधानमंत्री का यह कदम उनकी लंबे समय से चली आ रही परंपरा का हिस्सा है, जिसमें वे हर साल किसी न किसी सीमा क्षेत्र में जाकर जवानों के साथ दिवाली मनाते हैं।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को उनके अदम्य साहस और समर्पण के लिए सराहना की और कहा कि देश उनके त्याग और सेवाओं के प्रति कृतज्ञ है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और लिखा, “रोशनी के इस दिव्य उत्सव पर मैं हर किसी के स्वस्थ, सुखमय और सौभाग्यपूर्ण जीवन की कामना करता हूं। मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की कृपा से सबका कल्याण हो।”
सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि
दिवाली से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर में स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के निकट एक सभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल की विरासत को याद करते हुए कहा कि उनकी एकता और दृढ़ संकल्प के बिना आज का एकीकृत भारत संभव नहीं होता। उन्होंने युवाओं को सरदार पटेल के जीवन और योगदान से प्रेरणा लेने की बात कही।
देश की सुरक्षा और आर्थिक हितों पर हमला करने वाली ताकतों के खिलाफ सावधान
सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देश की आर्थिक सुरक्षा पर हो रहे हमलों पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती ताकत और क्षमताओं को देखकर कुछ ताकतें, जो देश के भीतर और बाहर हैं, अराजकता फैलाने और आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने विदेशी निवेशकों को गलत संदेश देने और भारत की नकारात्मक छवि पेश करने के प्रयासों पर नाराजगी जताई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ ताकतें भारत की एकता और अखंडता को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे ऐसे तत्वों से सतर्क रहें और देश के आर्थिक हितों की रक्षा के लिए एकजुट रहें।
‘अर्बन नक्सलियों’ के गठजोड़ पर उठाए सवाल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जैसे-जैसे जंगलों में नक्सलवाद कमजोर हो रहा है, वैसे-वैसे ‘अर्बन नक्सलियों’ का एक नया मॉडल सामने आ रहा है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों, विशेषकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह गठजोड़ देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमें ऐसे लोगों की पहचान करनी होगी जो देश को तोड़ने का सपना देख रहे हैं।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि जो ताकतें कभी जंगलों में नक्सलवाद का समर्थन करती थीं, वे अब शहरी क्षेत्रों में विभिन्न माध्यमों से इस विचारधारा को बढ़ावा दे रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के नागरिकों को इन तत्वों की पहचान करनी होगी और देश की सुरक्षा, एकता और विकास के लिए इन्हें विफल करना होगा।
देश की एकता और समृद्धि की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के अंत में देशवासियों से एकता, शांति और प्रगति के मार्ग पर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि दीपावली के इस शुभ अवसर पर सभी को मिलकर देश की प्रगति में योगदान देना चाहिए और ऐसी ताकतों से सावधान रहना चाहिए जो भारत को कमजोर करने की कोशिश करती हैं।
इस प्रकार, दीपावली के इस पर्व पर प्रधानमंत्री मोदी का संदेश स्पष्ट है—एकजुट रहें, सतर्क रहें और देश की सुरक्षा तथा आर्थिक हितों की रक्षा के लिए मिलकर काम करें।