बिग बॉस 18 में हर हफ्ते नॉमिनेशन प्रक्रिया के साथ ड्रामा और उत्सुकता का स्तर और बढ़ जाता है। शो में इस बार समय-समय पर सदस्यों को घर से बाहर किए जाने का सिलसिला जारी है, और अब तक पाँच सदस्य घर से बाहर हो चुके हैं। इस हफ्ते की नॉमिनेशन प्रक्रिया को और भी दिलचस्प बनाने के लिए बिग बॉस ने नॉमिनेशन की पूरी पावर टाइम गॉड बने अभिनेता विवियन डीसेना को दी है। शो के प्रोमो में दिखाया गया है कि कैसे विवियन, जो खुद एक मजबूत कंटेस्टेंट माने जाते हैं, इस बार किस-किस का नाम लेते हैं और किन कारणों से उन्हें नॉमिनेट करते हैं।
ऑक्टोपस टास्क में विवियन बने निर्णायक
प्रोमो वीडियो में दिखाया गया है कि बिग बॉस, विवियन को एक विशेष टास्क सौंपते हैं। इस टास्क में, बिग बॉस उन्हें कहते हैं कि इस ऑक्टोपस की भूख शांत करने के लिए वे कुछ कंटेस्टेंट्स की “बली चढ़ाएंगे,” यानी उन्हें नॉमिनेट करेंगे। इस अनोखे और दिलचस्प अंदाज ने दर्शकों की उत्सुकता को और भी बढ़ा दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि विवियन किन्हें नॉमिनेट करते हैं और उनका तर्क क्या होता है।
रजत दलाल पर आरोप: “बात-बात पर पलट जाते हैं”
विवियन सबसे पहले रजत दलाल का नाम लेते हैं। उनका कहना है कि रजत हर बात पर अपना रुख बदल लेते हैं और उनकी राय हर परिस्थिति और समय के अनुसार बदलती रहती है। इस आरोप पर रजत अपनी सफाई देते हुए कहते हैं कि उनके कहने का मतलब बात को पलटने का नहीं था, बल्कि वे सिर्फ ऐसे जवाब देते हैं ताकि उन्हें बार-बार सफाई देनी न पड़े। विवियन के इस फैसले से रजत थोड़ा असहज नजर आते हैं, लेकिन वे अपनी सफाई देने की कोशिश करते हैं।
श्रुतिका सेफ रहना चाहती हैं, लेकिन विवियन की नजर में कमी
विवियन ने इसके बाद श्रुतिका का नाम लिया। उन्होंने श्रुतिका से कहा कि उन्हें अपने विचार प्रकट करने के तरीके में बदलाव लाने की जरूरत है। इस पर श्रुतिका नाराज हो जाती हैं और जवाब देती हैं कि विवियन के पास समझ कम है, इसलिए उनके मुद्दों को समझने में समय लगता है। इस प्रतिक्रिया से यह साफ हो गया कि श्रुतिका को नॉमिनेशन के कारण थोड़ी असहजता महसूस हो रही है, और वे अपने आपको सही ठहराने की कोशिश कर रही हैं।
करणवीर मेहरा: स्पष्टता की कमी का आरोप
विवियन ने करणवीर मेहरा का नाम भी नॉमिनेशन के लिए चुना। उन्होंने कहा कि करण की राय में स्पष्टता नहीं है और उनकी बातों का कोई निश्चित मतलब नहीं निकलता। इस आरोप पर करणवीर कुछ नहीं कहते लेकिन उनकी चेहरे की निराशा जाहिर करती है कि वे इस फैसले से खुश नहीं हैं। करणवीर को अक्सर एक शांत स्वभाव का व्यक्ति माना जाता है, लेकिन शायद इस कारण वे अपने विचारों को स्पष्टता से व्यक्त नहीं कर पाते हैं।
चाहत पांडे पर निशाना: व्यक्तिगत एजेंडा लेकर चलने का आरोप
विवियन ने अंत में चाहत पांडे का नाम लिया। उन्होंने कहा कि चाहत अपने व्यक्तिगत मुद्दों को खेल में शामिल कर देती हैं और उनकी बातों का कोई खास महत्व नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि चाहत बार-बार एक ही बात को दोहराती हैं, जिससे उनके मुद्दे कमजोर नजर आते हैं। इस टिप्पणी पर चाहत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उनके चेहरे से जाहिर था कि वे इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।
नॉमिनेशन की प्रक्रिया ने बढ़ाई उत्सुकता
विवियन डीसेना के इस नॉमिनेशन ने घर में हलचल मचा दी है। सभी नॉमिनेटेड सदस्य किसी न किसी तरह से अपने आपको विवियन के आरोपों से बचाने की कोशिश करते नजर आए। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये नॉमिनेटेड सदस्य इस हफ्ते घर से बाहर होते हैं या वे दर्शकों के वोटों की मदद से बच जाते हैं।
प्रोमो ने बढ़ाई दर्शकों की उत्सुकता
कलर्स चैनल द्वारा जारी किए गए इस प्रोमो ने दर्शकों के बीच उत्सुकता को और बढ़ा दिया है। शो के फैंस इस नॉमिनेशन के बाद क्या प्रतिक्रिया देते हैं, यह देखना भी दिलचस्प होगा। वहीं, विवियन द्वारा दिए गए नॉमिनेशन ने घर के सदस्यों के बीच दरार और मनमुटाव को और बढ़ा दिया है, जिससे आने वाले एपिसोड्स और भी रोचक हो सकते हैं।