अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 5 नवंबर, मंगलवार को वोटिंग पूरी हो गई है। इस बार का चुनाव रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच मुख्य मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है। कई राज्यों में मतदान खत्म होते ही मतगणना शुरू हो गई है, और शुरुआती नतीजे आना शुरू हो गए हैं।
ट्रंप को 22 राज्यों में बढ़त
डोनाल्ड ट्रंप ने फिलहाल 22 राज्यों में बढ़त बनाई है, जिसमें व्योमिंग, पश्चिमी वर्जीनिया, टेक्सास, टेनेसी, साउथ डकोटा, साउथ केरोलाइना, ओक्लाहोमा, ओहायो, नेब्रास्का, नॉर्थ डकोटा, मिसिसिप्पी, लुइसियाना, केंटकी, इंडियाना, फ्लोरिडा, आरकैंसस, एलाबामा, आईओवा, मिजूरी, यूटाह, वेस्ट वर्जिनिया और मोंटाना शामिल हैं। इन राज्यों में ट्रंप की जीत उन्हें 210 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स तक पहुंचा चुकी है, जिससे वे 200 इलेक्टोरल वोट्स के महत्वपूर्ण आंकड़े को पार कर चुके हैं।
कमला हैरिस 11 राज्यों में बढ़त पर
डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी कमला हैरिस फिलहाल 11 राज्यों में बढ़त बना पाई हैं, लेकिन ट्रंप के मुकाबले उनकी स्थिति कमजोर नजर आ रही है। हैरिस के खाते में अब तक 112 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स आए हैं, जो उन्हें राष्ट्रपति पद की दौड़ में आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। हालांकि, अभी भी कई राज्यों में वोटों की गिनती जारी है, और मुकाबला बेहद कड़ा हो सकता है।
270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स की आवश्यकता
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स होते हैं, और राष्ट्रपति बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार को कम से कम 270 वोट्स जीतने जरूरी हैं। ट्रंप की मौजूदा स्थिति को देखते हुए वे इस लक्ष्य के करीब पहुंच रहे हैं। उनकी वर्तमान बढ़त ने उनके समर्थकों में उत्साह भर दिया है। दूसरी ओर, हैरिस के पास भी वापसी का मौका है, लेकिन इसके लिए उन्हें बाकी बचे राज्यों में मजबूत प्रदर्शन करना होगा।
महत्वपूर्ण राज्यों में टक्कर
इस चुनाव में फ्लोरिडा, ओहायो, टेक्सास और पेंसिलवेनिया जैसे स्विंग स्टेट्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फ्लोरिडा और टेक्सास जैसे राज्यों में ट्रंप की बढ़त उनके पक्ष में निर्णायक साबित हो सकती है। इन स्विंग स्टेट्स में परिणामों का असर न केवल अमेरिका, बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों पर भी पड़ेगा।
क्या कहती हैं प्रारंभिक रिपोर्ट्स
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप की इस मजबूत बढ़त ने उन्हें एक बार फिर व्हाइट हाउस तक पहुंचने की संभावना के करीब ला दिया है। हाल के वर्षों में अमेरिका में बढ़ते ध्रुवीकरण और राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए यह चुनाव पहले से अधिक अनिश्चितताओं से भरा हुआ है।
भारतीय समयानुसार नतीजे
भारत में इन नतीजों पर खास नजर रखी जा रही है, क्योंकि अमेरिकी चुनाव का भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया पर असर पड़ता है। अभी तक के परिणाम सुबह के समय आ रहे हैं और अंतिम परिणाम की उम्मीद भारतीय समयानुसार बुधवार को सुबह तक है। अगर मतगणना में पोस्टल बैलेट्स की भूमिका महत्वपूर्ण रही, तो नतीजे आने में थोड़ा और समय लग सकता है।
आगे क्या?
चुनाव का अंतिम नतीजा अभी आना बाकी है, लेकिन शुरुआती संकेत ट्रंप के पक्ष में नजर आ रहे हैं। अगर ट्रंप 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स तक पहुंचने में कामयाब होते हैं, तो वह एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे।