आज, 8 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में हलचल देखने को मिली। इस दिन के आखिरी कारोबारी सत्र में सैंसेक्स 779.49 अंकों की गिरावट के साथ 48,486.32 पर बंद हुआ। सैंसेक्स के 30 प्रमुख शेयरों में से 15 में गिरावट जबकि 15 में वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी ओर, निफ्टी में भी 51.15 अंकों की गिरावट आई, जो कि 0.21 प्रतिशत की कमी के बराबर है, और यह 24,148.20 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 शेयरों में से 27 में गिरावट जबकि 23 में वृद्धि हुई।
विदेशी और घरेलू निवेशकों की गतिविधियां
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के मुताबिक, 7 नवंबर को विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 4,888.77 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस दौरान, घरेलू निवेशकों (DIIs) ने 1,786.70 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह दर्शाता है कि घरेलू निवेशकों ने वैश्विक बाजार में गिरावट के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक निवेश किया है, जबकि विदेशी निवेशक निकासी की प्रवृत्ति पर रहे।
ग्लोबल बाजारों का असर
भारतीय शेयर बाजार के प्रदर्शन पर वैश्विक बाजारों का भी प्रभाव पड़ा है। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.34 प्रतिशत बढ़ा, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.54 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.15 प्रतिशत ऊपर आया। यह संकेत करता है कि एशियाई बाजारों में मिश्रित कारोबार हो रहा था।
इसके अलावा, 7 नवंबर को अमेरिकी बाजारों में भी हलचल रही। डाओ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (DJIA) 0.0013 प्रतिशत घटकर 43,729 पर बंद हुआ। वहीं, एस एंड पी 500 में 0.74 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 5,973 पर पहुंचा। नैस्डैक ने 1.51 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 19,269 पर कारोबार किया।
पिछले दिन (7 नवंबर) का बाजार प्रदर्शन
7 नवंबर के कारोबार में भारतीय शेयर बाजार में काफी गिरावट देखने को मिली थी। सैंसेक्स 836 अंकों की गिरावट के साथ 79,541 पर बंद हुआ था, वहीं निफ्टी भी 284 अंक गिरकर 24,199 के स्तर पर बंद हुआ। इस दिन सैंसेक्स के 30 में से 29 शेयरों में गिरावट आई, जबकि केवल 1 शेयर में तेजी देखी गई। निफ्टी के 50 में से 46 शेयरों में गिरावट आई, और सिर्फ 4 में वृद्धि हुई।
इस दिन, एनएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट आई थी। मेटल सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई, जो 2.73 प्रतिशत रही। इसके अलावा, बैंकिंग और फार्मा सेक्टर में भी नकारात्मक रुझान देखने को मिला।
बाजार का भविष्य और निवेशकों के लिए सावधानी
आज के बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद, निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे सावधानी से निवेश करें और लंबी अवधि के निवेश के लिए मजबूत कंपनियों में निवेश पर ध्यान केंद्रित करें। बाजार की वर्तमान स्थिति को देखकर यह माना जा सकता है कि वैश्विक घटनाक्रम और आर्थिक नीति में बदलावों का प्रभाव भारतीय शेयर बाजार पर पड़ सकता है, इसलिए निवेशकों को इन सभी पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए।
आज भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली, जिसके कारण सैंसेक्स और निफ्टी दोनों ही नकारात्मक दिशा में रहे। हालांकि, वैश्विक बाजारों में कुछ सुधार हुआ है, जो भविष्य में भारतीय बाजार को सकारात्मक दिशा में प्रभावित कर सकता है। निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच अपनी रणनीतियों को संभाल कर चलने की जरूरत है।