लेबनान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष में हिंसा अब तेज हो गई है। इजरायली हवाई हमलों और हिजबुल्लाह के जवाबी हमलों के चलते दोनों देशों में स्थिति तनावपूर्ण होती जा रही है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार, 9 नवंबर को जानकारी दी कि इजरायली हमलों में पिछले दिन (शुक्रवार, 8 नवंबर) तटीय शहर टायर में कई बच्चों सहित कम से कम 40 लोग मारे गए। इस हमले में कई घर और इमारतें भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं हैं, जिससे कई लोग मलबे में दबे हुए हैं। टायर शहर में हुए इस हमले में मृतकों में दो छोटे बच्चे भी शामिल थे।
हवाई हमलों का कहर
टायर शहर में हुए हमलों में 7 लोगों की मौत हुई, जिनमें बच्चों और महिलाओं की संख्या अधिक थी। इजरायली सेना ने इस शहर के कई हिस्सों को पहले ही खाली करने का आदेश दिया था, लेकिन शुक्रवार रात के हमलों से पहले इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कोई चेतावनी या अतिरिक्त जानकारी जारी नहीं की थी। इस कारण, टायर में मौजूद कई लोग समय पर सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंच पाए और इजरायली हमले का शिकार हो गए।
लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, हमले के बाद अभी भी कई लाशें मलबे में दबी हुई हैं और लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। मृतकों की पहचान करने के लिए डीएनए जांच की जा रही है, ताकि मलबे से निकाले गए शरीर के अंगों की सही पहचान हो सके।
बालबेक में भीषण हवाई हमला
लेबनान के पूर्वी क्षेत्र में स्थित बालबेक में भी इजरायली हमलों का सिलसिला जारी है। शनिवार को इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर बमबारी की। इन हमलों में 20 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर हिजबुल्लाह के समर्थक बताए जा रहे हैं। बालबेक में मौजूद बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए इजरायली सेना ने कई ऑपरेशनल अपार्टमेंट और हथियारों के भंडार को भी ध्वस्त कर दिया।
हिजबुल्लाह के जवाबी हमले
इजरायली हमलों के बाद हिजबुल्लाह ने भी अपने हमलों की गति को तेज कर दिया है। हिजबुल्लाह ने इजरायल के कई सैन्य ठिकानों और औद्योगिक क्षेत्रों पर रॉकेट और ड्रोन से हमला किया। शनिवार को हिजबुल्लाह ने तेल अवीव के दक्षिण में स्थित एक सैन्य कारखाने को निशाना बनाते हुए हमला किया। हिजबुल्लाह के प्रवक्ता के अनुसार, उनके इस हमले में इजरायली सैन्य ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा है।
लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले एक साल से इजरायल लगातार लेबनान पर हमले कर रहा है। इन हमलों में अब तक कम से कम 3,136 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 619 महिलाएं और 194 बच्चे शामिल हैं। घायल होने वालों की संख्या 13,979 तक पहुंच गई है, जिससे लेबनान की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
दोनों देशों में हालात चिंताजनक
इजरायल और लेबनान के बीच यह संघर्ष अक्टूबर 2023 से जारी है, लेकिन सितंबर 2024 से इसमें तेज़ी आई है। इजरायल का कहना है कि वह लेबनान में हिजबुल्लाह के सैन्य ढांचे को खत्म करना चाहता है, ताकि उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई खतरा न हो। वहीं, हिजबुल्लाह का कहना है कि वह इजरायल के अत्याचारों का जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इजरायली सेना का कहना है कि वह हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रही है, जिसमें मुख्य रूप से हथियार भंडार, ऑपरेशनल अपार्टमेंट, और उनकी कमान पोस्ट शामिल हैं। हालांकि, इसके कारण लेबनान के नागरिक भी बड़ी संख्या में मारे जा रहे हैं, जिनमें मासूम बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।
विश्व समुदाय की प्रतिक्रिया
लेबनान और इजरायल के बीच बढ़ते इस संघर्ष पर विश्व समुदाय भी चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है और संघर्ष को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। यूरोपीय संघ ने भी मानवीय सहायता प्रदान करने की पेशकश की है और कहा है कि नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस संघर्ष से लेबनान में मानवीय संकट गहरा गया है। देश की स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ गया है और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच यह संघर्ष न केवल लेबनान बल्कि पूरे मध्य पूर्व में शांति के लिए गंभीर खतरा बनता जा रहा है।