पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने राज्य में आधुनिक तकनीक का उपयोग कर शहरों को सुरक्षित बनाने के प्रयासों पर ज़ोर दिया है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट तकनीक और सीसीटीवी कैमरों के उपयोग से अपराध पर लगाम लगाने में बड़ी मदद मिल सकती है। इसी के तहत पंजाब में सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए पुलिस की ओर से कई ज़ोरदार कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने जालंधर पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा की इस दिशा में किए गए कार्यों की सराहना करते हुए उनकी पहल को अन्य जिलों में भी लागू करने का सुझाव दिया।
डीजीपी यादव ने बताया कि जालंधर में, पुलिस और स्थानीय संगठनों के सहयोग से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने 260 संस्थाओं के सहयोग से जालंधर की महत्वपूर्ण जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। इस बड़े पैमाने पर संस्थाओं का सहयोग अपने आप में एक मिसाल है और पुलिस-जनता के सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। डीजीपी यादव ने अन्य जिलों की पुलिस को भी इसी तरह स्थानीय संगठनों के साथ मिलकर काम करने की प्रेरणा दी।
डीजीपी ने कहा कि स्मार्ट तकनीक के माध्यम से अपराधियों पर नजर रखना और अपराधियों में कानून का डर बनाए रखना संभव हो सकता है। जालंधर पुलिस ने हाल ही में विभिन्न संस्थाओं के साथ एक बैठक का आयोजन किया, जिसमें शहर को सुरक्षित बनाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के उद्देश्य से इन संगठनों का सहयोग मांगा गया। स्वप्न शर्मा ने कहा कि समय की मांग है कि शहरों को सीसीटीवी नेटवर्क से पूरी तरह सुरक्षित किया जाए ताकि अपराधी गतिविधियों पर सख्ती से लगाम लगाई जा सके।
डीजीपी ने अपने एक ट्वीट में कहा कि अगर पूरे पंजाब में इसी तरह के सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं और सभी जिलों में सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछा दिया जाए, तो अपराधियों की गतिविधियों पर नियंत्रण रखना आसान हो जाएगा। उन्होंने इस कदम को राज्य की सुरक्षा के लिए आवश्यक बताते हुए कहा कि यदि अपराधियों में पुलिस का भय बना रहेगा तो अपराध के स्तर में कमी आएगी।
इस तरह की पहल के अंतर्गत, पुलिस का उद्देश्य केवल अपराधियों पर नज़र रखना नहीं है बल्कि नागरिकों के लिए भी एक सुरक्षित माहौल तैयार करना है। पंजाब पुलिस का यह कदम न केवल राज्य में अपराध को नियंत्रित करने की दिशा में अहम साबित होगा बल्कि यह जनता और पुलिस के बीच विश्वास भी मजबूत करेगा।