फूड डिलीवरी एग्रीगेटर और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्विगी का आईपीओ आज तीसरे और आखिरी दिन समाप्त हो गया। हालांकि, इस आईपीओ को लेकर निवेशकों का उत्साह खासा नहीं था, और यह आईपीओ केवल 3.59 गुना सब्सक्राइब हो पाया। पहले दो दिन में इस आईपीओ को ठंडा रिस्पॉन्स मिला था, लेकिन तीसरे दिन आखिरी मौके पर रिटेल और क्यूआईबी कोटा पूरी तरह से भरने के बाद इसका कुल सब्सक्रिप्शन 3.59 गुना हो पाया।
स्विगी का आईपीओ: कुल वैल्यू और शेयर डिटेल्स
स्विगी का आईपीओ 11,327.43 करोड़ रुपये की बुक बिल्ट वैल्यू का था। इसमें 4,499 करोड़ रुपये के 11.54 करोड़ नए शेयरों का फ्रेश इश्यू और 6,828.43 करोड़ रुपये के 17.51 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल था। आईपीओ का प्राइस बैंड 371 रुपये से लेकर 390 रुपये तक तय किया गया था। यह आईपीओ स्विगी के लिए एक बड़ा मौका था, लेकिन निवेशकों के बीच उतना आकर्षण नहीं दिखा, जैसा कंपनी ने उम्मीद की थी।
सब्सक्रिप्शन और कोटा की स्थिति
स्विगी के आईपीओ का रिटेल और क्यूआईबी (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स) कोटा तो पूरी तरह से भर गया, लेकिन इसका गैर संस्थागत निवेशकों का कोटा पूरी तरह से सब्सक्राइब नहीं हो पाया। यह एक बड़ा संकेत है कि आईपीओ को लेकर संस्थागत निवेशकों का भरोसा मजबूत था, जबकि खुदरा निवेशकों और अन्य वर्ग के निवेशकों में उतना उत्साह नहीं था।
स्विगी के वैल्यूएशन और जोमैटो से तुलना
स्विगी के आईपीओ के अपर प्राइस बैंड पर कंपनी की वैल्यूएशन 95,000 करोड़ रुपये के आसपास है। हालांकि, इसका मुकाबला उसके सबसे बड़े प्रतिद्वंदी जोमैटो से हो रहा है। जोमैटो ने जुलाई 2021 में अपना आईपीओ लॉन्च किया था और आज कंपनी का कुल मार्केट वैल्यूएशन 2.25 लाख करोड़ रुपये है, जो स्विगी से कहीं अधिक है। इस तुलना में स्विगी को चुनौती देने के लिए अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ानी होगी, खासकर जब जोमैटो के पास खाने की डिलीवरी और क्विक कॉमर्स के बाजार में मजबूत पकड़ है।
स्विगी के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)
स्विगी का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) केवल 1-2 रुपये के आसपास चल रहा है, जो इसके आईपीओ के लिए कमजोर संकेत है। इसके आधार पर, स्विगी के शेयरों की लिस्टिंग एक्सचेंजों पर 0.2-0.5 प्रतिशत के मामूली प्रीमियम पर हो सकती है। यह संकेत करता है कि निवेशकों की ओर से कमजोर उत्साह के कारण स्विगी का आईपीओ ज्यादा प्रीमियम प्राप्त नहीं कर सका।
स्विगी और जोमैटो के बीच बाजार हिस्सेदारी
स्विगी की बाजार हिस्सेदारी फूड डिलीवरी और ग्रोसरी मार्केट में 34 प्रतिशत है, जबकि जोमैटो के पास इस बाजार में 58 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। स्विगी के लिए चुनौती यह है कि वह अपने बाजार हिस्से को बढ़ाए, खासकर क्विक कॉमर्स के क्षेत्र में, जहां जोमैटो के पास ब्लिंकिट के जरिए 40-45 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वहीं, स्विगी के इंस्टामार्ट के पास केवल 20-25 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह अंतर स्विगी के लिए चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि जोमैटो क्विक कॉमर्स सेक्टर में मजबूत बढ़त बनाए हुए है।