आम आदमी पार्टी (AAP) ने लाहौर की एक अदालत में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह को क्रांतिकारी की बजाय आतंकी करार देने के मामले पर कड़ा विरोध जताया है। इस मुद्दे पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में AAP के प्रवक्ता मालविंदर कंग ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी जिस सोच के साथ आगे बढ़ रही है, उसके दो सबसे बड़े प्रेरणास्रोत बाबा साहेब अंबेडकर और शहीद-ए-आज़म भगत सिंह हैं। उन्होंने कहा कि जब से दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आई है, यह पहली बार हुआ है कि हर सरकारी दफ्तर में भगत सिंह और बाबा साहेब की तस्वीरें अनिवार्य रूप से लगाई गई हैं।
प्रवक्ता मालविंदर कंग ने कहा कि पाकिस्तान से जो खबर सामने आई है, जिसमें पंजाब सरकार ने लाहौर हाईकोर्ट में यह बयान दिया है कि शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के नाम पर शादमान चौक का नाम नहीं रखा जाएगा और उनकी प्रतिमा भी नहीं लगाई जाएगी, यह बेहद पीड़ादायक है। कंग ने कहा कि भगत सिंह ने महज 23 साल की उम्र में देश के लिए फांसी के फंदे को चूम लिया था, जब देश का बंटवारा भी नहीं हुआ था। उनकी यह महान कुर्बानी आज भी पूरी दुनिया में अद्वितीय है।
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान में भी बड़ी संख्या में लोग हैं, जो भगत सिंह को अपना रोल मॉडल मानते हैं और उनकी कुर्बानी को याद करते हैं। कंग ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान की पंजाब सरकार का यह कहना कि भगत सिंह क्रांतिकारी नहीं बल्कि आतंकी थे, यह बयान न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में रहने वाले हर भारतीय के लिए पीड़ादायक है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करती है कि ऐसे मामलों में भारत सरकार को सीमाओं से परे जाकर हस्तक्षेप करना चाहिए।
AAP प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल लाहौर हाईकोर्ट में शहीद-ए-आज़म के खिलाफ किया गया है, उस पर आम आदमी पार्टी सख्त विरोध जताती है। यह बेहद आपत्तिजनक और दुखद है कि किसी अदालत के रिकॉर्ड में भगत सिंह को आतंकी के रूप में दर्ज किया जाए। कंग ने कहा कि लाहौर के शादमान चौक का नाम भगत सिंह के नाम पर रखने के लिए शहीद-ए-आज़म वेलफेयर कमेटी लगातार लड़ाई लड़ रही है। ऐसे में शादमान चौक का नाम भगत सिंह के नाम पर रखा जाना चाहिए, ताकि उनकी कुर्बानी और योगदान को उचित सम्मान मिल सके।
कंग ने यह भी कहा कि शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के खिलाफ किसी भी तरह की गलत शब्दावली का इस्तेमाल अगर भारत में या किसी और जगह पर किया जाएगा, तो आम आदमी पार्टी इसका विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि AAP यह सहन नहीं करेगी कि देश के महान स्वतंत्रता सेनानी और प्रेरणास्रोत भगत सिंह के योगदान को किसी भी तरह से गलत तरीके से प्रस्तुत किया जाए।
आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह इस मामले में दखल दें और पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाएं ताकि भगत सिंह की विरासत और योगदान को उचित सम्मान दिया जा सके।