महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के बीच चुनाव आयोग की एक कार्रवाई ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। आयोग के अधिकारियों ने शिवसेना (यूटीबी) गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे के अलावा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और NCP प्रमुख अजित पवार के बैग की चेकिंग की। इस घटनाक्रम ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है और नेताओं ने इसे लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बैग चेकिंग की घटनाएं
हाल ही में गडकरी के बैग की चेकिंग लातूर में की गई, जब वे भाजपा प्रत्याशी अभिमन्यु पवार के प्रचार के लिए औसा विधानसभा पहुंचे थे। वहीं, फडणवीस का बैग 5 नवंबर को कोल्हापुर में चेक किया गया। इसी प्रकार, अजित पवार ने खुद एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके बैग की चेकिंग उनके प्रचार के दौरान की गई थी।
इससे पहले मंगलवार को उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की चेकिंग की गई थी, जब वे उस्मानाबादगु में औसा सीट पर प्रचार करने पहुंचे थे। 11 नवंबर को यवतमाल के वनी एयरपोर्ट पर भी उनके बैग की जांच की गई। उद्धव इस पर भड़क गए थे और उन्होंने कहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बैग की चेकिंग का वीडियो चाहिए।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
फडणवीस का बयान:
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बैग चेकिंग में कुछ गलत नहीं है। उन्होंने कहा, “कोल्हापुर में मेरा बैग चेक किया गया, इसके बाद 7 नवंबर को भी चेकिंग हुई। उद्धव जांच का विरोध कर लोगों का ध्यान भटका रहे हैं, वे रोकर-चिल्लाकर वोट हासिल करना चाहते हैं। बैग चेकिंग में गलत क्या है? चुनाव प्रचार के दौरान हमारे भी बैग चेक होते हैं।” फडणवीस ने यह भी कहा कि उद्धव को हताशा के इस स्तर पर आने की जरूरत नहीं है, लेकिन कुछ लोगों को तमाशा करने की आदत होती है।
अजित पवार का बयान:
NCP नेता अजित पवार ने कहा कि इस प्रक्रिया का पालन लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी है। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान उनका बैग भी चेक किया गया और उन्होंने पूरी तरह से अधिकारियों का सहयोग किया। पवार ने कहा, “मैं मानता हूं कि ऐसी प्रक्रिया निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है। हमें कानून का सम्मान करना चाहिए ताकि हमारा लोकतंत्र कायम रहे।”
उद्धव ठाकरे का बयान:
उद्धव ठाकरे इस पूरे मामले पर नाराज हो गए थे। उन्होंने कहा, “पिछली बार जब पीएम मोदी के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई थी, तब ओडिशा में एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था। आपने मेरे बैग की जांच की, कोई बात नहीं, लेकिन मोदी और शाह के बैग की भी जांच होनी चाहिए।” उद्धव ने अधिकारियों के बैग चेक करने का वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने कहा, “मेरा बैग चेक कर लीजिए, चाहे तो मेरा यूरिन पॉट भी चेक कर लीजिए, लेकिन अब मुझे मोदी के बैग चेक करते हुए भी आप लोगों का वीडियो चाहिए। वहां आप अपनी पूंछ मत झुका देना। यह वीडियो मैं रिलीज कर रहा हूं।”
चुनाव आयोग की सफाई
चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे के आरोपों का जवाब दिया है। आयोग ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान सत्ताधारी दल के प्रमुख नेताओं के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई थी। आयोग ने बताया कि 24 अप्रैल, 2024 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हेलिकॉप्टर की तलाशी बिहार के भागलपुर जिले में और 21 अप्रैल, 2024 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हेलिकॉप्टर की तलाशी बिहार के कटिहार जिले में ली गई थी।
AAP सांसद की प्रतिक्रिया
AAP सांसद संजय सिंह ने भी इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र के अंदर किसी की हिम्मत नहीं थी कि बाला साहेब ठाकरे की पार्टी के साथ कोई दुर्व्यवहार कर सके। आज उस पार्टी के अगुआ उद्धव ठाकरे के साथ जिस तरह की बदसलूकी की गई, इसका सबक महाराष्ट्र की जनता सिखाएगी।” संजय सिंह ने यह भी पूछा, “क्या उद्धव ठाकरे को चुनाव प्रचार करने की इजाजत नहीं है? क्या वह अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार नहीं कर सकते? अमित शाह का हेलिकॉप्टर कभी चेक हुआ क्या? नरेंद्र मोदी का हेलिकॉप्टर कभी चेक हुआ क्या? आप विपक्षियों को दबाना चाहते हैं।”