रसंचार और ऊर्जा जैसे कई क्षेत्र शामिल हैं। अंबानी की अगली पीढ़ी भी अब कंपनी के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उनका बेटा आकाश अंबानी जियो का नेतृत्व कर रहे हैं, बेटे अनंत अंबानी ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे हैं, जबकि बेटी ईशा अंबानी रिटेल सेक्टर में कंपनी की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
फॉर्च्यून की सूची में अन्य भारतीय मूल के नेता
इस सूची में मुकेश अंबानी के अलावा भारतीय मूल के छह अन्य व्यक्ति भी शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश टेक्नोलॉजी सेक्टर में प्रमुख पदों पर हैं:
- सत्य नडेला: माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक मजबूत नेतृत्वकर्ता के रूप में उभरे हैं।
- सुंदर पिचाई: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने हाल ही में शीर्ष 10 में स्थान पाया है। उन्होंने गूगल और अल्फाबेट के नेतृत्व को नई दिशा में आगे बढ़ाया है।
- एलन मस्क: एलन मस्क, जो इस सूची में पहले स्थान पर हैं, का नाम टेक्नोलॉजी और नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी माना जाता है। टेस्ला के सीईओ मस्क अपनी क्रांतिकारी सोच और साहसिक कदमों के लिए पहचाने जाते हैं।
अन्य भारतीय मूल के नेता
इसके अलावा, फॉर्च्यून की इस सूची में अन्य भारतीय मूल के नेता भी शामिल हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के नए मापदंड स्थापित कर रहे हैं:
- शांतनु नारायण: Adobe के सीईओ शांतनु नारायण ने 52वां स्थान प्राप्त किया है। उनकी अगुवाई में Adobe ने डिजिटल उत्पादों और सेवाओं में व्यापक बदलाव किए हैं।
- नील मोहन: YouTube के सीईओ नील मोहन को 69वां स्थान मिला है। नील मोहन के नेतृत्व में YouTube लगातार नए प्रयोग कर रहा है।
- विनोद खोसला: प्रसिद्ध वेंचर कैपिटलिस्ट विनोद खोसला ने 74वां स्थान प्राप्त किया है। टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनकी निवेश संबंधी अंतर्दृष्टि ने उन्हें एक प्रतिष्ठित निवेशक के रूप में स्थापित किया है।
- तरंग अमीन: ई.एल.एफ. कॉस्मेटिक्स के सीईओ तरंग अमीन ने 94वां स्थान पाया है। वे कॉस्मेटिक क्षेत्र में अपने अभिनव उत्पादों के कारण प्रसिद्ध हैं।
मुकेश अंबानी की कामयाबी और योगदान
मुकेश अंबानी का नाम पिछले कई वर्षों से भारतीय और वैश्विक कारोबार में ऊंचे स्थान पर है। वे भारत में रिलायंस इंडस्ट्रीज को न केवल एक कंपनी बल्कि एक ब्रांड के रूप में स्थापित कर चुके हैं। उनके नेतृत्व में रिलायंस ने पेट्रोलियम के क्षेत्र से आगे बढ़कर टेलीकॉम और डिजिटल सेवाओं में कदम रखा और भारतीय डिजिटल क्रांति का नेतृत्व किया। जियो की शुरुआत ने भारत में डेटा और इंटरनेट की पहुंच को काफी हद तक बढ़ा दिया, जिससे देश के दूरस्थ हिस्सों तक भी इंटरनेट की पहुंच संभव हुई।
भारत के लिए गर्व का क्षण
मुकेश अंबानी का फॉर्च्यून की इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल होना भारत के लिए गर्व की बात है। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि भारतीय व्यापार जगत के बढ़ते महत्व को भी उजागर करता है। अंबानी का फॉर्च्यून की इस सूची में 12वां स्थान प्राप्त करना दर्शाता है कि भारतीय कारोबार वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है।