पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने राज्य में निवेश के लिए देश-विदेश के उद्योगपतियों को आमंत्रण देते हुए कहा है कि पंजाब में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार उद्योगपतियों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर है।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की नीतियां उद्योगों के लिए अत्यंत लाभकारी हैं, जिससे छोटे और मध्यम उद्योग अपनी इकाइयाँ स्थापित करने में रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य का “इन्वेस्ट पंजाब” पोर्टल अपनी उत्कृष्ट कार्यक्षमता के चलते 28 राज्यों में शीर्ष पर है। अभी तक इस पर 58 हजार नए छोटे और मध्यम उद्योगों ने पंजीकरण कराया है, जो अपने आप में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
उद्योगों के लिए सरल दस्तावेजी प्रक्रिया
मंत्री ने यह भी बताया कि छोटे और मध्यम उद्योगपतियों के लिए कारोबार की शुरुआत करते ही आवश्यक दस्तावेजी कार्य को तुरंत पूरा करना जरूरी नहीं है। वे एक हलफनामा देकर अपनी यूनिट शुरू कर सकते हैं, और तीन वर्षों के भीतर दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इसी तरह की सुविधा बड़े उद्योगों के लिए भी प्रदान करने पर विचार हो रहा है।
बड़े निवेश और फोकल पॉइंट्स का विकास
पिछले ढाई वर्षों में पंजाब में लगभग 86 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जो राज्य के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान है। उद्योग मंत्री ने बताया कि राज्य के विभिन्न शहरों में स्थित 52 फोकल पॉइंट्स में से 26 को नगर निगमों या स्थानीय समितियों को सौंपा जा चुका है। सरकार की योजना है कि पहले चरण में पांच शहरों के फोकल पॉइंट्स को रोल मॉडल के रूप में विकसित किया जाए ताकि अन्य शहरों में भी उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
नई आई.टी. नीति और रोजगार के अवसर
तरुनप्रीत सिंह सौंद ने यह भी बताया कि राज्य की नई आई.टी. नीति पर काम शुरू हो चुका है और इसे अगले वर्ष के मध्य तक लागू करने की योजना है। इस नीति के तहत मोहाली को उत्तर भारत का नया आई.टी. हब बनाने का लक्ष्य है, जिससे लगभग 55 हजार आई.टी. पेशेवरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह कदम राज्य के डिजिटल और आर्थिक विकास के लिए एक नई दिशा देगा।
उद्योगपतियों और संगठनों से संवाद
उद्योग मंत्री बनने के बाद सौंद ने कई उद्योगपतियों, संगठनों और औद्योगिक चैंबर्स के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है। उन्होंने बताया कि इन बैठकों के दौरान मिले सुझावों को नई नीतियों और योजनाओं में शामिल किया जा रहा है ताकि पंजाब में निवेश का माहौल और बेहतर हो सके। उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य सरकार की उद्योग हितैषी नीतियों के कारण पंजाब का औद्योगिक क्षेत्र और अधिक प्रगति करेगा और राज्य में बड़े पैमाने पर नए निवेश आएंगे।
सौंद ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि पंजाब में औद्योगिक आधार को मजबूती मिले और रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न हों।