भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक, मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के तहत एक बड़ी डील को पूरा कर लिया है। लगभग एक साल से चल रही बातचीत के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वायाकॉम18 और डिज्नी स्टार इंडिया के बीच इस ऐतिहासिक डील को अंतिम रूप दे दिया है। इस डील के बाद वायाकॉम18 और डिज्नी स्टार इंडिया का विलय हो गया है, जिससे रिलायंस के पास अब 120 चैनलों के साथ-साथ 2 ओटीटी प्लेटफॉर्म और लगभग 75 करोड़ दर्शकों का विशाल डेटा बेस होगा।
इस नई कंपनी की जिम्मेदारी मुकेश अंबानी ने अपनी पत्नी नीता अंबानी के हाथों में सौंपी है, जो इसे आगे ले जाएंगी। इस ज्वाइंट वेंचर में 70,352 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिसमें रिलायंस की हिस्सेदारी 63.16% है, जबकि डिज्नी के पास 36.84% की हिस्सेदारी होगी।
नीता अंबानी के हाथों में नई मीडिया कंपनी की कमान
इस बड़ी डील के साथ, रिलायंस ने अपनी मीडिया कंपनी को नई दिशा में ले जाने का निर्णय लिया है। 100 से अधिक चैनलों और दो ओटीटी प्लेटफॉर्म वाली इस कंपनी की चेयरपर्सन नीता अंबानी होंगी। उन्हें इस ज्वाइंट वेंचर का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया है, जिसमें तीन सीईओ उनके सहयोगी के रूप में काम करेंगे।
केविन वाज पूरे एंटरटेनमेंट संगठन का नेतृत्व करेंगे, किरण मणि डिजिटल संगठन का प्रभार संभालेंगे, और संजोग गुप्ता स्पोर्ट्स संगठन का नेतृत्व करेंगे। इस नई कंपनी में उदय शंकर को वाइस चेयरमैन बनाया गया है, और उन्हें इस संयुक्त उपक्रम के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी गई है।
रिलायंस का 26,000 करोड़ रुपये सालाना राजस्व का अनुमान
इस ज्वाइंट वेंचर की कुल वैल्यू 70,000 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है, और इस संयुक्त उद्यम के जरिए रिलायंस को 26,000 करोड़ रुपये का सालाना राजस्व उत्पन्न होने का अनुमान है। इस डील के अंतर्गत, रिलायंस ने 11,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस नए उपक्रम के माध्यम से रिलायंस का ध्यान मुख्य रूप से मीडिया और एंटरटेनमेंट क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने पर है। नीता अंबानी के हाथों में अब सोनी, नेटफ्लिक्स, और अमेजन जैसी बड़ी ओटीटी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की चुनौती होगी।
रिलायंस के शेयरों पर प्रभाव
इस मेगा डील के बाद रिलायंस के शेयरों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। हाल ही में विदेशी ब्रोकरेज फर्म CLSA ने रिलायंस के शेयरों में निवेश को लेकर सकारात्मक भविष्यवाणी की है। CLSA की रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस के शेयरों में मौजूदा स्तर से 70% तक की वृद्धि हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह डील रिलायंस को मीडिया और एंटरटेनमेंट क्षेत्र में एक मजबूत स्थिति में लाएगी, जिससे इसके शेयरों में स्थिरता और ग्रोथ आने की संभावना है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाले समय में रिलायंस के अन्य क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण प्रगति देखने को मिलेगी। न्यू एनर्जी से लेकर रिटेल कारोबार तक, रिलायंस कई नए निवेशों के साथ बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा, जियो एयरफाइबर सब्सक्राइबर बेस में वृद्धि और रिलायंस जियो के शेयर बाजार में प्रवेश जैसी भविष्य की योजनाएं निवेशकों का विश्वास और भरोसा बढ़ाएंगी।
भविष्य की दिशा और चुनौतियां
नीता अंबानी के नेतृत्व में यह नया मीडिया संगठन सोनी, नेटफ्लिक्स, और अमेजन जैसी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा। इस ज्वाइंट वेंचर में रिलायंस का एकमात्र उद्देश्य एंटरटेनमेंट और डिजिटल कंटेंट के क्षेत्र में अपनी पकड़ को और मजबूत करना है। नीता अंबानी को अब भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में रिलायंस के मीडिया व्यवसाय को स्थापित करने और प्रतिस्पर्धा में बनाए रखने की चुनौती का सामना करना होगा।
इस डील के पूरा होने के बाद रिलायंस ने मीडिया और एंटरटेनमेंट क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया है। यह डील न केवल रिलायंस के लिए बल्कि पूरे भारतीय मीडिया उद्योग के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।