पिछले कुछ सालों में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रियल एस्टेट बाजार ने शानदार वृद्धि देखी है। अब ये क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर के महंगे इलाकों में शुमार हो गए हैं। रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स और मार्केट डेटा के मुताबिक, इन दोनों क्षेत्रों में 2019 से 2024 के बीच घरों की कीमतों में करीब 152% और 121% की बढ़ोतरी हुई है।
नोएडा में घर खरीदना हुआ महंगा
नोएडा में घर खरीदने की औसत कीमत 2019 में 5,910 रुपये प्रति वर्ग फीट थी, जो अब बढ़कर 14,946 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है। इस वृद्धि का मतलब है कि अब घर खरीदने के लिए लगभग दोगुना पैसा देना पड़ता है।
ग्रेटर नोएडा में भी कीमतों में उछाल
ग्रेटर नोएडा में भी घरों की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। 2019 में यहां के घर की औसत कीमत 3,900 रुपये प्रति वर्ग फीट थी, जो अब बढ़कर 8,601 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है। यह दोनों क्षेत्रों के विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार का परिणाम है।
कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घरों के दामों में वृद्धि के पीछे इन क्षेत्रों में हो रहे बड़े विकास कार्यों का अहम योगदान है। यहां मेट्रो, एक्सप्रेसवे और जल्द ही बनने वाला जेवर एयरपोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स ने इन इलाकों की कनेक्टिविटी को बेहतर किया है।
अल्ट्रा-लग्जरी घरों की मांग में बढ़ोतरी
हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, तीन करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले अल्ट्रा-लग्जरी घरों की मांग बढ़ी है। अब हर 10 में से 3 भारतीय खरीदार प्रीमियम घरों की तरफ रुख कर रहे हैं। इसके अलावा, 3 और 4 बीएचके घरों की डिमांड भी काफी बढ़ी है।
ग्रेटर नोएडा में बन रहा रियल एस्टेट हब
एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा में रियल एस्टेट की बढ़ती कीमतों ने इसे उत्तर भारत का सबसे उभरता हुआ रियल एस्टेट हब बना दिया है। आने वाले पांच सालों में यहां 20% सालाना वृद्धि की उम्मीद है।
निवेशकों का बढ़ा हुआ विश्वास
मिगसन ग्रुप के एमडी यश मिगलानी के अनुसार, इन क्षेत्रों में मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेशकों का बढ़ता विश्वास प्रॉपर्टी की कीमतों को लगातार बढ़ा रहा है। जेवर एयरपोर्ट से इन क्षेत्रों को बहुत फायदा हुआ है। निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका बन चुका है।
रियल एस्टेट में आगे और बढ़ोतरी की संभावना
काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी ने अनुमान जताया है कि आने वाले कुछ सालों में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स की कीमतों में और इजाफा होगा। मेट्रो एक्वा लाइन और जेवर एयरपोर्ट जैसे प्रोजेक्ट्स इन क्षेत्रों में निवेशकों को आकर्षित करेंगे।
भविष्य में विकास की संभावना
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले सालों में यहां रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स में करीब 20% सालाना वृद्धि हो सकती है। इस विकास के साथ-साथ इन क्षेत्रों की रियल एस्टेट मार्केट में एक मजबूत स्थिति बनेगी, जो लंबे समय तक टिकाऊ रहेगी।