दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) को एक बड़ा झटका तब लगा जब पार्टी के सीनियर नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने का फैसला किया। कैलाश गहलोत का इस्तीफा आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका था क्योंकि वे दिल्ली सरकार में परिवहन और लोक निर्माण मंत्री के पद पर थे। उनके इस्तीफे से एक कैबिनेट मंत्री पद खाली हो गया था, जिसका भरने के लिए पार्टी ने जल्द ही फैसला लिया। अब आम आदमी पार्टी ने इस खाली पद को भरने का निर्णय लिया है और रघुविंदर शौकीन बनेंगे दिल्ली सरकार के मंत्री ।
रघुविंदर शौकीन: एक परिचय
रघुविंदर शौकीन का जन्म हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुआ था। उन्होंने कुरुक्षेत्र से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की और छात्र जीवन से ही राजनीति में अपनी सक्रियता दिखानी शुरू कर दी थी। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में रघुविंदर शौकीन ने नांगलोई जाट सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमाई और ऐतिहासिक जीत हासिल की। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार मनोज कुमार शौकीन को हराया और विधानसभा में अपनी जगह बनाई।
2020 में बीजेपी को हराया
रघुविंदर शौकीन ने न केवल 2015 में बल्कि 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी नांगलोई जाट सीट पर जीत दर्ज की। इस सीट पर हुए चुनाव में शौकीन ने बीजेपी के उम्मीदवार को 70,000 से अधिक वोटों से हराया। शौकीन को 70,000 से ज्यादा वोट मिले, जबकि बीजेपी के उम्मीदवार को 62,405 वोट ही प्राप्त हुए थे। कांग्रेस के उम्मीदवार को इस चुनाव में दस हजार से भी कम वोट मिले थे, जिससे यह साफ हो गया कि रघुविंदर शौकीन का नांगलोई जाट विधानसभा क्षेत्र में मजबूत जनाधार है।
2015 में भी था ऐतिहासिक मुकाबला
रघुविंदर शौकीन की जीत का इतिहास केवल 2020 तक सीमित नहीं है। साल 2015 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने बीजेपी के मनोज कुमार शौकीन को भारी अंतर से हराया था। इस चुनाव में रघुविंदर शौकीन को कुल 83,259 वोट (54.6 प्रतिशत) मिले थे, जबकि बीजेपी के उम्मीदवार मनोज कुमार शौकीन को केवल 46,235 वोट (30.3 प्रतिशत) ही प्राप्त हुए थे। यह जीत रघुविंदर शौकीन की मजबूत राजनीतिक स्थिति को दर्शाती है, विशेष रूप से नांगलोई जाट क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता का पता चलता है।
नांगलोई जाट सीट का ऐतिहासिक महत्व
नांगलोई जाट विधानसभा सीट दिल्ली के उत्तर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है और यहां पर कई सालों से राजनीति में हलचल रही है। इस सीट पर अब तक कांग्रेस ने पांच बार जीत हासिल की है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने केवल दो बार जीत दर्ज की है। 1951 में इस सीट को अलग विधानसभा क्षेत्र के रूप में बनाया गया था। वर्तमान में रघुविंदर शौकीन आम आदमी पार्टी के विधायक हैं और उनकी लोकप्रियता इस बात का प्रतीक है कि वह न केवल 2015 बल्कि 2020 में भी इस सीट पर विजयी हुए हैं।
रघुविंदर शौकीन का कैबिनेट मंत्री बनना
अब, कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी ने रघुविंदर शौकीन को दिल्ली कैबिनेट का नया मंत्री नियुक्त किया है। यह निर्णय पार्टी के नेतृत्व द्वारा लिया गया है, और रघुविंदर शौकीन को दिल्ली सरकार में मंत्री पद पर कार्यभार संभालने का मौका मिलेगा। उनकी इस नियुक्ति से न केवल नांगलोई जाट सीट बल्कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार में भी एक मजबूत नेता के रूप में उनकी पहचान और बढ़ेगी।
आम आदमी पार्टी का यह कदम पार्टी के भीतर एक बड़े बदलाव और नई ऊर्जा का संकेत देता है। रघुविंदर शौकीन की मंत्री बनने के बाद की भूमिका यह साबित करेगी कि दिल्ली की राजनीति में उनकी भविष्यवाणी क्या है और क्या वे पार्टी के नेतृत्व के लिए एक और मजबूत स्तंभ साबित होंगे।